महाशिवरात्रि 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं, कहा...
महाशिवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपनी शुभकामनाओं में इस पर्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को रेखांकित किया और कहा कि यह शुभ अवसर सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए। साथ ही, उन्होंने इस पर्व को भारत के विकास के संकल्प को सुदृढ़ करने वाला बताया।

पीएम मोदी का संदेश और आध्यात्मिक व्याख्या
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने भगवान शंकर के वैभव, उनके दिव्य स्वरूप और उनकी महानता का वर्णन किया। वीडियो में पीएम मोदी कहते हैं:
"शं करोति स: शंकर:" यानी जो कल्याण करे वही शंकर है। शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं है, सबकुछ अलौकिक, असाधारण, अविस्मरणीय और अविश्वसनीय है।
उन्होंने आगे कहा कि "शिवम् ज्ञानम्", जिसका अर्थ है शिव ही ज्ञान हैं और ज्ञान ही शिव हैं। शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांड का सर्वोच्च दर्शन समाहित है, और यही दर्शन शिव का दर्शन है।
भगवान शिव की महिमा और सांस्कृतिक महत्व
पीएम मोदी ने भगवान शिव के महाकाल स्वरूप की महत्ता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा:
"सोयं भूति विभूषण:" भस्म को धारण करने वाले भगवान शिव अनश्वर और अविनाशी हैं। जब महाकाल का आशीर्वाद मिलता है, तो समय की सीमाएं मिट जाती हैं और अनंत संभावनाएं जन्म लेती हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान शिव की यह शक्ति और दिव्यता भारतीय सभ्यता के आध्यात्मिक आत्मविश्वास का आधार रही है, जिसके बल पर भारत हजारों वर्षों से अपनी संस्कृति को संरक्षित करते हुए आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमारी संस्कृति की अद्वितीयता और भारत की आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाता है।
महाशिवरात्रि और भारत के विकास का संकल्प
प्रधानमंत्री ने इस महाशिवरात्रि को एक नए भारत के संकल्प से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि भगवान शिव के आशीर्वाद से हम एक विकसित भारत की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है, बल्कि राष्ट्रीय संकल्प को भी नई ऊर्जा प्रदान करता है।
What's Your Reaction?






