सांसद संत सीचे वाल की कोशिश लाई रंग, इराक में फंसे जालंधर के युवकों की वतन वापसी
इराक में काम करने के बावजूद उन्हें न तो वेतन मिला, न ही मेडिकल सुविधा और न ही ठीक से खाना। वापसी के समय कंपनी ने खुद को बचाने के लिए उनसे कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए।

इराक से लौटे गुरप्रीत सिंह और सोढी राम ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि एजेंटों द्वारा इस तरह से बड़ी संख्या में भारतीयों को उस कंपनी में भर्ती किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उस कंपनी के एजेंटों की धोखाधड़ी के कारण एक दर्जन से अधिक भारतीय कई वर्षों से दयनीय हालत में वहां फंसे हुए हैं।
पीड़ित परिवारों ने 15 मार्च को राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मदद मांगी थी। संत सीचेवाल के प्रयासों से दोनों युवक 28 मार्च को घर लौट आए। अपने परिवारों के साथ निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी पहुंचे युवकों ने बताया कि इराक में एक दिन बिताना एक साल के समान है।
दोनों युवकों और उनके परिवारों ने संत सीचेवाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गरीबी और पहुंच के अभाव के कारण उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी। संत सीचेवाल की मदद के बिना उनका कंपनी के चंगुल से निकलना नामुमकिन था।
फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश : संत सीचेवाल
राज्य सभा सदस्य संत बलबीर सिंह ने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी त्वरित कार्रवाई के कारण ये भारतीय मात्र 14 दिनों में वापस आ गए हैं। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास लगातार भारतीयों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से बचाकर भारत वापस भेज रहे हैं।
संत सीचेवाल ने एक बार फिर पंजाब के लोगों, खासकर गरीब वर्ग से अपील की है कि वे अरब देश जाने से पहले किसी समझदार व्यक्ति की मदद लें। उन्होंने पुलिस प्रशासन को ऐसे धोखेबाज और फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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