LG VK Saxena ने पुराने वाहनों को बंद करने पर जताई नाराजगी, CM रेखा गुप्ता को लिखा पत्र
उन्होंने दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका दायर करने का निर्देश दिया है, जिसमें 2018 के उस आदेश पर पुनर्विचार की मांग की जाएगी, जिसमें दिल्ली-NCR में इन वाहनों का पंजीकरण रद्द करना अनिवार्य किया गया है।

'पुराने वाहनों को हटाना समाधान नहीं'
LG सक्सेना ने इस पूरे मुद्दे पर व्यापक रणनीति बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि केवल सड़कों से वाहनों को हटाना समाधान नहीं है, बल्कि व्यापक प्रदूषण नियंत्रण योजना होनी चाहिए, जिसमें सार्वजनिक परिवहन में सुधार, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना, सड़क की धूल और निर्माण कार्यों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करना और हरियाली को बढ़ावा देना शामिल हो।
उन्होंने जोर देकर कहा कि नीति निर्माण में कानूनी, सामाजिक और आर्थिक पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए। साथ ही, आरवीएसएफ नियमों को लागू करने में व्यावहारिक कठिनाइयों को केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के समक्ष रखा जाना चाहिए।
इस बीच, CAQM ने पंजाब और हरियाणा सरकारों के साथ बैठक में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदमों और स्वचालित नंबर प्लेट पहचान कैमरे लगाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की है। हालांकि आयोग ने अभी तक पुराने वाहनों पर ईंधन बंद करने के आदेश को स्थगित करने पर कोई औपचारिक टिप्पणी नहीं की है।
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जाने वाली याचिका अगर स्वीकार हो जाती है या उस पर पुनर्विचार हो जाता है तो दिल्ली-NCR के लाखों वाहन मालिकों को बड़ी राहत मिल सकती है। ऐसे में 15 साल पुराने पेट्रोल और 10 साल पुराने डीजल वाहनों के मालिक अपने वाहन पहले की तरह चला सकेंगे। यह कदम राजधानी की हवा और जीवन के संतुलन के बीच एक नई राह खोल सकता है।
What's Your Reaction?






