हिमाचल में 13 अक्टूबर से शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा, जानें इस ऐतिहासिक उत्सव का महत्व
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। बता दें कि इस साल का कुल्लू दशहरा बेहद खास होने वाला है, क्योंकि इसे भव्य रूप में मनाने की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। बता दें कि इस साल का कुल्लू दशहरा बेहद खास होने वाला है, क्योंकि इसे भव्य रूप में मनाने की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। हर साल की तरह इस बार भी कुल्लू दशहरे में दुनियाभर से हजारों पर्यटक शामिल होंगे, जिससे हिमाचल प्रदेश का ये ऐतिहासिक उत्सव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहेगा।
यहां दहन नहीं किया जाता रावण का पुतला
कुल्लू दशहरे की विशेषता यह है कि इसे पूरे देश के दशहरे से अलग तरीके से मनाया जाता है। रावण का पुतला दहन नहीं किया जाता, बल्कि भगवान रघुनाथजी की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। मान्यता है कि इसमें देवी-देवताओं का महामिलन होता है। ऐसा माना जाता है कि यहां 300 से अधिक देवी-देवता भी उत्सव में हिस्सा लेते हैं। कुल्लू दशहरा, न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह हिमाचल की संस्कृति और परंपराओं का उत्सव भी है। इसमें कलाकारों द्वारा नृत्य, गीत और संगीत जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति भी दी जाती है।
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