इंडिगो की 4 दिनों में 2000 से ज्यादा उड़ानें रद्द, पांचवें दिन भी संकट बरकरार, 3 लाख यात्री परेशान

शनिवार को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई एयरपोर्ट पर हजारों यात्री रातभर परेशान दिखे। पिछले चार दिनों में 2,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जबकि करीब 3 लाख यात्री सीधे प्रभावित हुए हैं।

Dec 6, 2025 - 09:38
Dec 6, 2025 - 11:22
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इंडिगो की 4 दिनों में 2000 से ज्यादा उड़ानें रद्द, पांचवें दिन भी संकट बरकरार, 3 लाख यात्री परेशान

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो लगातार पांचवें दिन भी अपने ऑपरेशंस को सामान्य नहीं कर पाई है। शनिवार को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई एयरपोर्ट पर हजारों यात्री रातभर परेशान दिखे। पिछले चार दिनों में 2,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जबकि करीब 3 लाख यात्री सीधे प्रभावित हुए हैं।

एविएशन इंडस्ट्री में अनुमान है कि शनिवार और रविवार को इंडिगो की 25–30% फ्लाइट्स रद्द या लेट हो सकती हैं। पिछले चार दिनों में रोजाना औसतन 500 फ्लाइट्स लेट हो रही थीं, जो वीकेंड पर बढ़कर 600 तक पहुंच सकती हैं, क्योंकि इन दो दिनों में बाकी दिनों की तुलना में एक तिहाई ज्यादा उड़ानें ऑपरेट होती हैं।

इंडिगो बोली - 15 दिसंबर तक ही स्थिति सामान्य होगी

इंडिगो का कहना है कि पायलटों और क्रू मेंबर्स की कमी के कारण शेड्यूल बिगड़ा है और ऑपरेशन 15 दिसंबर तक ही पूरी तरह सामान्य हो पाएंगे। हालांकि, सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो को अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराते हुए कहा-

“नए FDTL नॉर्म्स 1 नवंबर से लागू हैं। किसी अन्य एयरलाइन को दिक्कत नहीं आई। इसलिए यह स्पष्ट है कि गलती इंडिगो की है। एयरलाइन की लापरवाही की जांच होगी और कार्रवाई तय है।”

DGCA के नए नियमों से बढ़ा स्टाफ क्राइसिस

इंडिगो में चल रहे स्टाफ संकट के पीछे DGCA के नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियम बड़ी वजह बने। ये नियम पायलटों और क्रू को अधिक आराम देने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू किए गए।

FDTL नियमों की टाइमलाइन

  • 1 जुलाई 2025 - FDTL का पहला चरण लागू

  • 1 नवंबर 2025 - दूसरा चरण लागू

  • नए नियमों के बाद एयरलाइंस को क्रू को अधिक साप्ताहिक आराम (weekly rest) देना अनिवार्य किया गया

  • इससे इंडिगो के पास उपलब्ध पायलटों और क्रू की संख्या अचानक कम हो गई

  • नतीजा - शेड्यूल बिगड़ गया, उड़ानें रद्द और लेट होने लगीं

DGCA की अस्थायी राहत

लगातार बढ़ती अफरा-तफरी के बीच DGCA ने इंडिगो को बड़ी राहत देते हुए:

  • 10 फरवरी 2026 तक weekly rest नियमों में ढील दी

  • "साप्ताहिक छुट्टी के बदले कोई अन्य छुट्टी न देने" का फैसला वापस लिया इसके बावजूद इंडिगो की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में नहीं आ सकी है।

देशभर में रेलवे पर भी दबाव बढ़ा

इंडिगो और कुछ अन्य एयरलाइंस की रद्द उड़ानों के कारण रेलवे की ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ कई गुना बढ़ गई है। कई रूटों पर विशेष ट्रेनें और अतिरिक्त कोच लगाए गए ताकि फंसे हुए यात्रियों को राहत मिल सके।

यात्रियों की मुश्किलें जारी

एयरपोर्ट पर

  • लंबी-लंबी कतारें

  • फ्लाइट स्टेटस अपडेट में देरी

  • टिकट कैंसिलेशन और रिफंड की परेशानी

  • वैकल्पिक यात्रा साधनों का संकट जैसी स्थितियां बनी हुई हैं।

फिलहाल एविएशन इंडस्ट्री की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या इंडिगो अपने वादे के अनुसार 15 दिसंबर तक स्थिति सामान्य कर पाएगी या संकट और गहराएगा।

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