Indian Railways लाएगा नया मास्टर क्लॉक सिस्टम, हादसों की जांच होगी और भी सटीक
भारतीय रेलवे ने ट्रेन हादसों की जांच को और पुख्ता बनाने के लिए एक नई तकनीक अपनाने का फैसला किया है। जल्द ही रेलवे अपने पूरे नेटवर्क में 'मास्टर क्लॉक सिस्टम' लागू करेगा।
भारतीय रेलवे ने ट्रेन हादसों की जांच को और पुख्ता बनाने के लिए एक नई तकनीक अपनाने का फैसला किया है। जल्द ही रेलवे अपने पूरे नेटवर्क में 'मास्टर क्लॉक सिस्टम' लागू करेगा, जिससे हर स्टेशन और सिस्टम में एक जैसा टाइम होगा। फिलहाल, स्टेशन मास्टरों को सेक्शन कंट्रोलर के निर्देश पर मैनुअल तरीके से टाइमिंग सेट करनी पड़ती है।
ट्रेन हादसों की जांच में आने वाली गड़बड़ियां होंगी खत्म
ये नया सिस्टम लागू होने से ट्रेन हादसों की जांच में समय की गड़बड़ियों से होने वाली समस्याएं खत्म हो जाएंगी। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन भी किया है, जो अक्टूबर में मास्टर क्लॉक का एक प्रोटोटाइप पेश करेगी। साथ ही, समय की सटीकता के लिए इस सिस्टम में NAVIC और नेशनल फिजिकल लेबोरेट्रीज़ (NPL) की मदद ली जाएगी। मास्टर क्लॉक सिस्टम की ज़रूरत इसलिए है क्योंकि अभी देशभर में अलग-अलग रेलवे जोन और ऐप्स अलग-अलग टाइमिंग दिखाते हैं। जिसकी वजह से रूट संचालन और हादसों की जांच में दिक्कतें आती हैं। नए सिस्टम से यह परेशानी दूर हो जाएगी। ये कदम भारतीय रेलवेज में एक बड़ा सुधार साबित हो सकता है।
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