हरियाणा सरकार को स्कूलों में रील्स पर हिमाचल की तरह लगाना चाहिए प्रतिबंध

पिछले कुछ समय से लोगों में सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का क्रेज काफी ज्यादा बढ़ा है। ऐसे में कईं लोग अपने घर, सड़क के अलावा ऑफिस में भी रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं।

Jan 7, 2025 - 16:32
Jan 7, 2025 - 16:43
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हरियाणा सरकार को स्कूलों में रील्स पर हिमाचल की तरह लगाना चाहिए प्रतिबंध
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगड़ :  पिछले कुछ समय से लोगों में सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का क्रेज काफी ज्यादा बढ़ा है। ऐसे में कईं लोग अपने घर, सड़क के अलावा ऑफिस में भी रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं। सड़क पर रील्स बनाने के चक्कर में कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसे लेकर पड़ोसी राज्य हिमाचल की सरकार तो गंभीर नजर आ रही है, लेकिन हरियाणा सरकार का इस ओर शायद कोई ध्यान ही नहीं हैं। हिमाचल सरकार सबसे पहले स्कूलों में रील्स बनाने पर रोक लगाने की शुरूआत की है। इसे लेकर हिमाचल के शिक्षा निदेशक की ओर से बकायदा एक पत्र भी जारी किया गया है। पत्र में स्कूलों में अब शिक्षक और कर्मचारी के रील्स बनाने पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

शिक्षा निदेशक ने यह कहा

हिमाचल शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा ने कहा कि यह बात संज्ञान में आई है कि स्कूल के समय में कुछ शिक्षक और कर्मचारी ऐसे वीडियो या रील बनाने में लगे रहते हैं, जो किसी भी तरह से छात्रों के शैक्षणिक ज्ञान, खेल, सह-पाठ्यचर्या, पाठ्येतर गतिविधियों या समग्र विकास में योगदान नहीं देते हैं। ऐसी गतिविधियां न केवल छात्रों का ध्यान आवश्यक शैक्षिक लक्ष्यों से भटकाती हैं, बल्कि उन्हें उनकी प्रारंभिक उम्र के दौरान सोशल मीडिया के अनावश्यक और संभावित रूप से हानिकारक उपयोग की ओर भी प्रभावित कर सकती है। ऐसी गतिविधियां केवल मूल्यवान समय और ऊर्जा की बर्बादी में योगदान देती हैं"।

शिक्षा निदेशक ने कहा इस संबंध में यह निर्देश दिया जाता है कि विद्यालय परिसर में शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा वीडियो/रील बनाने और सोशल मीडिया के अवांछित उपयोग की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। संस्थानों के प्रमुखों को परिसर में ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया जाता है। छात्रों और शिक्षकों दोनों को सार्थक शैक्षणिक प्रदर्शन, व्यक्तित्व निर्माण, संस्था निर्माण और सबसे बढ़कर राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में प्रेरित और सक्रिय रूप से शामिल करने के प्रयास किए जाने चाहिए। छात्रों की ऊर्जा को खेल, सह-पाठ्यचर्या, पाठ्येतर और शैक्षणिक गतिविधियों में लगाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। ताकि वे सर्वश्रेष्ठ इंसान और भविष्य के महान नागरिक बन सकें।

टीनएजर्स करते हैं ज्यादा इस्तेमाल


सोशल मीडिया को वैसे तो करीब-करीब हर व्यक्ति इस्तेमाल करता है, लेकिन इनमें सबसे ज्यादा संख्या टीनएजर्स की है। टीनएजर्स किसी भी जगह की परवाह किए बिना वहां मोबाइल से रील्स बनानी शुरू कर देते है। ऐसे में हिमाचल सरकार की ओर से स्कूलों में रील्स बनाने पर लगाई गई रोक एक अच्छा कदम माना जा सकता है। इतना ही नहीं केंद्र सरकार की ओर से भी सोशल मीडिया के बढ़ते दुष्प्रभाव के कारण देश में नाबालिगों के सोशल मीडिया एकाउंड उनके माता-पिता की मर्जी के बिना खोलने पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब सबकी निगाहे हिमाचल के पड़ोसी राज्य हरियाणा पर टिकी है, क्योंकि हरियाणा एक ओर दिल्ली के अलावा हिमाचल, पंजाब और उत्तर प्रदेश से सटा राज्य है। देखने वाली बात होगी कि हरियाणा सरकार इसे लेकर क्या कदम उठाती है ?

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