Haryana : बास्केटबॉल खिलाड़ी की मौत पर घर पहुंचे सीएम मान, बोले-'केंद्र तुरंत संज्ञान ले'
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रोहतक के लाखनमाजरा ब्लॉक पहुंचकर राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी के परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि खिलाड़ी मैदान में सपने लेकर जाते हैं, लेकिन कई बार उनकी “लाशें” ही लौट आती हैं। मान ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री से ऐसी घटनाओं पर तुरंत गंभीरता से संज्ञान लेने की अपील की।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रोहतक के लाखनमाजरा ब्लॉक पहुंचकर राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी के परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि खिलाड़ी मैदान में सपने लेकर जाते हैं, लेकिन कई बार उनकी “लाशें” ही लौट आती हैं। मान ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री से ऐसी घटनाओं पर तुरंत गंभीरता से संज्ञान लेने की अपील की।
हार्दिक की मौत पर क्या बोले सीएम मान ?
मुख्यमंत्री ने कहा कि हार्दिक राठी आने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हो चुका था और जल्द ही उसे मैदान में उतरना था। लेकिन अभ्यास के दौरान जिस पोल पर वह बास्केटबॉल खेल रहा था, उसके गिरने से उसकी मौत हो गई - यह पूरे खेल जगत के लिए कर देने वाली घटना है।
मान ने यह भी उल्लेख किया कि कुछ समय पहले बहादुरगढ़ में भी घटिया निर्माण सामग्री के कारण ऐसा ही हादसा हुआ था। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर खिलाड़ी सुरक्षित ही नहीं हैं, तो देश खेलों में प्रगति कैसे करेगा? क्या ऐसी घटनाएं युवाओं को खेलों से जुड़ने के लिए प्रेरित कर सकती हैं?
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
सीएम ने बताया कि लाखनमाजरा गांव से 47 से भी अधिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी निकल चुके हैं। अब उनके परिजन आशंकित हैं कि उनके बच्चे खेल तो रहे हैं, पर क्या वे सुरक्षित लौटेंगे? मान ने दोहराया कि केंद्र सरकार को हर राज्य के खेल मंत्रालय से मैदानों और स्टेडियमों की स्थिति की रिपोर्ट लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब में वह स्वयं खेल मंत्री हैं, इसलिए केंद्र चाहे तो उनसे भी रिपोर्ट मांगे। उन्होंने कहा कि आर्थिक सहायता देना अलग बात है, लेकिन एक जान वापस नहीं आती।
पोल गिरने वाले स्टेडियम में जांच जारी
सीएम घटनास्थल पर भी पहुंचे, जहां हार्दिक पर बास्केटबॉल पोल गिरा था। उन्होंने कहा कि हार्दिक के साथ अभ्यास करने वाले अन्य खिलाड़ी अभी भी मानसिक रूप से टूटे हुए हैं और मैदान में उतरने से डर रहे हैं। खिलाड़ियों ने स्टेडियम की खराब स्थिति को लेकर सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने सवाल उठाया कि एमपी फंड से आए पैसे खर्च कहां हुए, इसकी जांच जरूरी है।
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परिजनों को नौकरी और आर्थिक सहयोग की मांग
मान ने हरियाणा सरकार से आग्रह किया कि हार्दिक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और उचित आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही पूरे राज्य के स्टेडियमों की जांच करवाकर सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में कोई और खिलाड़ी ऐसी दुर्घटना का शिकार न बने। परिवार ने भी यही मांग दोहराई कि सरकार ठोस कदम उठाए ताकि किसी अन्य खिलाड़ी की जान इस तरह न जाए।
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