पंचकूला में मिनी तालाब बना सरकारी अस्पताल, बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर भरा पानी, लिफ्ट भी की गई बंद

आमतौर पर लोग किसी भी अस्पताल में अपना या फिर अपने किसी परिजन का इलाज कराने के लिए जाना पसंद करते हैं। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने पर अपनी बीमारी ठीक होने के बजाए किसी अन्य बीमारी के मिलने की आशंका हो तो फिर उस अस्पताल में क्या कहा जाएगा ?

Sep 27, 2024 - 16:21
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पंचकूला में मिनी तालाब बना सरकारी अस्पताल, बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर भरा पानी, लिफ्ट भी की गई बंद
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सज्जन कुमार, पंचकूला : आमतौर पर लोग किसी भी अस्पताल में अपना या फिर अपने किसी परिजन का इलाज कराने के लिए जाना पसंद करते हैं। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने पर अपनी बीमारी ठीक होने के बजाए किसी अन्य बीमारी के मिलने की आशंका हो तो फिर उस अस्पताल में क्या कहा जाएगा ? ऐसी ही कुछ शंकाएं आजकल पंचकूला सेक्टर-6 के सरकारी अस्पताल में आने वाले लोगों के मन में उठ रही है। अस्पताल की बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर पानी भर चुका है। पानी भरने के कारण अस्पताल में लगी लिफ्ट को भी एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है। बेसमेंट के मेडिकल स्टोर में रखी दवाइयां भी पानी में खराब हो रही है।

निकासी व्यवस्थित नहीं होना बना कारण

पंचकूला के सर्वोत्तम अस्पतालों में आने वाले सेक्टर-6 के सरकारी अस्पताल का ऐसा हाल देखकर हर कोई हैरान हो जाए, क्योंकि पीपीपी मोड में बने इसे अस्पताल में लोग दूर-दूर से इलाज करवाने के लिए आते हैं। ऐसे में हर कोई यहां पर बेहतर व्यवस्था होने की कल्पना मन में रखता है, लेकिन मौजूदा हालात को देखकर हर किसी के मन में कईं प्रकार के सवाल उठने लाजमी है। दअरसल अस्पताल में पानी भरने का कारण छत के पानी की निकासी का व्यवस्थित नहीं होना बताया जा रहा है।

फिसलकर चोटिल होने का खतरा

अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी वहां भरे पानी के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि पानी निकालने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से मोटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों को भी पानी निकासी के लिए लगाया गया है। बावजूद इसके बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर में आने वाले लोगों को चोटिल होने का डर सता रहा है। अस्पताल में आए कईं लोगों ने बताया कि उन्हें इस बात का डर है कि वह यहां पर अपनी बीमारी का इलाज करवाने के लिए आए हैं, लेकिन कहीं ग्रेनाइट के फर्श पर भरे पानी में फिसलकर चोटिल ना हो जाएं, उन्हें इस बात की चिंता सता रही है।

हर बारिश में होता है नजारा

अस्पताल के कर्मचारियों की माने तो इस प्रकार का नजारा हर बारिश में यहां देखने को मिलता है। अस्पताल प्रशासन की ओर से इस तरफ ध्यान नहीं दिए जाने के कारण ही इस प्रकार के हालात बन रहे हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि उच्च स्वास्थ्य सुविधा के लिए जाने और पहचाने जाने वाले सेक्टर-6 के इस अस्पताल के इस प्रकार के हालात कब तक सुधरेंगे ?

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