लाडकी बहिन योजना के 1.7 करोड़ लाभार्थियों को धनराशि अंतरित की गई : मुख्यमंत्री शिंदे
‘‘हम चांदी का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए। हम किसान परिवार से हैं। गरीबी का अनुभव करने के बाद हमने समझा कि इस तरह की योजना क्यों जरूरी है। हम 1,500 रुपये का मूल्य जानते हैं।’’ लाडकी बहिन योजना के तहत 21-60 आयु वर्ग की विवाहित
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि ‘माझी लाडकी बहिन’ योजना का दायरा बढ़ाकर 2.5 करोड़ महिलाओं को इसमें शामिल किया जाएगा और राज्य सरकार ने अब तक 1.7 करोड़ लाभार्थियों के बैंक खातों में धनराशि अंतरित की है। मुख्यमंत्री ने यहां रेशीमबाग मैदान में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रदेश की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे की उपस्थिति में योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की।
शिंदे ने कहा, ‘‘हम चांदी का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए। हम किसान परिवार से हैं। गरीबी का अनुभव करने के बाद हमने समझा कि इस तरह की योजना क्यों जरूरी है। हम 1,500 रुपये का मूल्य जानते हैं।’’ लाडकी बहिन योजना के तहत 21-60 आयु वर्ग की विवाहित, तलाकशुदा और निराश्रित महिलाओं को 1,500 रुपये की मासिक सहायता प्रदान की जाती है, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये तक है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार ने योजना के पहले चरण में 1.7 करोड़ महिलाओं के बैंक खातों में पैसे जमा किये हैं।
शिंदे ने योजना पर निशाना साधने के लिए विपक्ष की आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार पैसे लेती नहीं, बल्कि पैसे देती है। विपक्ष ने पहले दावा किया था कि लोगों के बैंक खातों में पैसे नहीं आएंगे। लेकिन, अब जब लाभार्थियों को पैसे मिल रहे हैं, तो वे उन्हें जल्दी से जल्दी पैसे निकालने के लिए कह रहे हैं।’’
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