कांग्रेस पर जमकर बरसे पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, बोले-कांग्रेस का कोई नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा

पूर्व मंत्री, मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार और बीजेपी प्रवक्ता कृष्ण बेदी ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर जमकर जुबानी हमला बोला।

Jul 20, 2024 - 16:07
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कांग्रेस पर जमकर बरसे पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, बोले-कांग्रेस का कोई नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा
कांग्रेस पर जमकर बरसे पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, बोले-कांग्रेस का कोई नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : इन दिनों हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सवाल-जवाब को लेकर काफी घमासान मचा हुआ है। एक ओर जहां कांग्रेस बीजेपी सरकार की चार्जशीट लेकर उससे सवाल पूछ रही है। वहीं, अब बीजेपी के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनके 10 साल के कार्यकाल का हिसाब मांगने के साथ ही कईं घटनाक्रमों का जिक्र कर उसके कारण पूछने भी शुरू कर दिए है। इसी कड़ी में पूर्व मंत्री, मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार और बीजेपी प्रवक्ता कृष्ण बेदी ने खास बातचीत के दौरान कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि आने वाले समय में हरियाणा में कांग्रेस का कोई नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा।

कांग्रेस की ओर से हरियाणा की बीजेपी सरकार से पूछे जा रहे सवालों पर पूर्व मंत्री और बीजेपी प्रवक्ता कृष्ण बेदी ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को किसी से कोई सवाल पूछने का अधिकार है तो उस व्यक्ति को दूसरे की ओर से पूछे गए सवाल का जवाब देने की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा अपनी जिम्मेदारी से भागती है और लोगों पर सवाल उठाती है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर सवाल उठाते हुए बेदी ने कहा कि क्या वह जवाब देंगे कि गोहाना कांड क्यों हुआ हुआ था ? क्यों गरीब लोगों के घर जलाए गए थे ? बकायदा तारीख और समय घोषित कर पुलिस की मौजूदगी में दिन दिहाड़े कैसे दलित बस्ती को जलाया गया ? भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में  2010 में मिर्जपुर में पैरों से अपाहिज बीएससी की छात्रा और ताराचंद नाम के बुजुर्ग को कैसे जिंदा जलाया गया। 272 घर कैसे जला दिए गए।

कांग्रेस को सवाल पूछने के साथ ही इनका जवाब भी देना चाहिए। स्वीटी नाम की बेटी को ट्यूशन से लौटते समय कुरुक्षेत्र से अगवा किया गया और 6 दिन बाद इंद्री से उसका शव मिला, क्या हुड्डा इसका जवाब देंगे। हुड्डा ने अपने 10 साल के कार्यकाल में सीवर लाइन में गैस चढ़ने से हुई सीवर मैन की मौत के बाद उनके परिवार की कभी कोई चिंता क्यों नहीं की ? बीजेपी की सरकार आने पर इन लोगों की चिंता की गई। सत्ता में आने पर बीजेपी ने ही मिर्चपुर के पीड़ित लोगों का विस्थापन किया। दलित लोगों और उनके परिवार की दशा का पता लगाने के लिए कांग्रेस ने कभी भी एससी आयोग का गठन नहीं किया, लेकिन बीजेपी ने सत्ता में आने पर एससी आयोग का गठन किया। सफाई कर्मियों की आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति जानने की कांग्रेस के कभी कोई चिंता नहीं की। बीजेपी ने सत्ता में आने पर सफाई आयोग का गठन किया। 

कृष्ण बेदी ने कहा कि आज कांग्रेस के नेता केवल हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश में संविधान की प्रतिया उठाकर घूमते है, जिसकी शपथ ली जाती है, लेकिन 1966 से 2021 संविधान रचने वाले डॉ. बीआर अंबेडकर को कभी कोई मान-सम्मान नहीं दिया। 2021 में बीजेपी की सरकार आने पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा विधानसभा में बाबा साहब का स्टैचू लगवाने का काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बीजेपी के शासन में भगवान बाल्मीकि के नाम पर प्रदेश में पहली यूनिवर्सिटी बनाई। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा को यूनिवर्सिटी बनाने का तो पता था, लेकिन वह केवल रणबीर हुड्डा के नाम पर ही बनती थी, किसी महापुरुष के नाम पर कोई भी यूनिवर्सिटी नहीं बनाई गई।

हुड्डा केवल 12 विधानसभा तक सीमित

कृष्ण बेदी ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा आज हरियाणा में केवल 12 विधानसभा क्षेत्रों तक ही सीमित है। इनमें सोनीपत, झज्जर और रोहतक के अलावा उनका कहीं कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की ऐसी छवि बन चुकी है कि उसके बाद अब हुड्डा को रात में नींद भी नहीं आ रही। आज वह तड़फड़ा रहा है। वह कांग्रेस की पूरी लीडरशीप को खत्म कर चुका है। बेदी ने कहा कि आज कांग्रेस के दिग्गज किरण चौधरी, रंजीत चौधरी, कुलदीप बिश्नोई, धर्मवीर सिंह, राव इंद्रजीत, रमेश कौशिक और नवीन जिंदल जैसे दिग्गज नेताओं को कांग्रेस से चलता कर दिया, क्योंकि उन्हें डर था कि कोई उसके बेटे के रास्ते में ना आ जाए। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने आज केवल अशोक तंवर और कुमारी सैलजा का ही नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज को अपमानित करने का काम किया है। कांग्रेस के चुने गए 5 सांसदों में से 4 को अपने निवास पर बुलाकर हुड्डा सम्मानित करते हैं। केवल कुमारी सैलजा को नहीं बुलाया जाता, क्योंकि वह (हुड्डा) पूरी तरह से दलित विरोधी है। उन्होंने दावा किया कि ये भूपेंद्र हुड्डा का आखिरी चुनाव होगा। उसके साथ ही कांग्रेस की भी हरियाणा में आखिरी राजनीति होगी। इसके बाद हरियाणा में दोबारा कोई कांग्रेस का नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा।

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