नहीं रहीं लोक गायिका शारदा सिन्हा, योगी आदित्यनाथ ने जताया दुःख
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के आधिकारिक ‘एक्स' खाते पर एक पोस्ट में कहा गया कि शारदा सिन्हा जी लोकसंगीत की वह सशक्त हस्ताक्षर हैं, जिनके बगैर भोजपुरी-मैथिली लोककला और लोकसंस्कृति पूरी नहीं हो सकती। उनके जाने से कला-संस्कृति के जगत में जो खालीपन आया है, उसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
'बिहार कोकिला' के नाम से मशहूर भोजपुरी लोक गायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा का दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में मंगलवार रात को 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया जिसके बाद संगीत जगत के साथ-साथ पूरे देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ कई राजनेताओं ने उनके आस्मिक निधन पर शोक जताया।
योगी आदित्यनाथ ने शोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!”
वहीं उत्तर प्रदेश के उप-मुख्मयंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए 'एक्स' पर लिखा कि कप्रिय भोजपुरी गायिका, बिहार कोकिला, पद्म भूषण से सम्मानित आदरणीय शारदा सिन्हा जी के असामयिक निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है।”
साथ ही कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के आधिकारिक ‘एक्स' खाते पर एक पोस्ट में कहा गया कि शारदा सिन्हा जी लोकसंगीत की वह सशक्त हस्ताक्षर हैं, जिनके बगैर भोजपुरी-मैथिली लोककला और लोकसंस्कृति पूरी नहीं हो सकती। उनके जाने से कला-संस्कृति के जगत में जो खालीपन आया है, उसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
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