कांग्रेस के मुंह से संविधान शब्द भी शोभा नहीं देता है, लोकसभा में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में संविधान पर चल रही चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए कई अहम बयान दिए।

Dec 14, 2024 - 19:19
Dec 15, 2024 - 07:09
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कांग्रेस के मुंह से संविधान शब्द भी शोभा नहीं देता है, लोकसभा में बोले PM मोदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में संविधान पर चल रही चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए कई अहम बयान दिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने एक बार नहीं बल्कि 75 बार संविधान में बदलाव किया है, जो संविधान की स्थिरता और उसके मूल सिद्धांतों के खिलाफ था। उनके मुताबिक, कांग्रेस ने अपनी राजनीति के लिए संविधान को बार-बार संशोधित किया और इसका उद्देश्य सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे को सुनिश्चित करना था।


'कांग्रेस के लिए संविधान एक हथियार' 

पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण नहीं होने दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने का निर्देश दिया है. हम इसके लिए पूरी ताकत से लगे हुए हैं। कांग्रेस के लिए संविधान एक हथियार है. लोगों को डराने के लिए संविधान को हथियार बनाया जाता है। कांग्रेस के मुंह में संविधान शब्द भी शोभा नहीं देता है. जिन्होंने अपनी पार्टी के संविधान को ही स्वीकार नहीं किया, जिनकी रगों में परिवारवाद भरा पड़ा है। कांग्रेस की 12 प्रदेश कमेटियों ने सरदार पटेल के नाम पर सहमति दी थी। नेहरू जी के साथ एक भी कमेटी नहीं थी। संविधान के तहत सरदार पटेल ही देश के प्रधानमंत्री बनते, लेकिन वो नहीं बन सके।

प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से आरक्षण पर कांग्रेस की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ थी। उन्होंने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने आरक्षण के बारे में मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने इसे लेकर आपत्ति जताई थी। यह बयान कांग्रेस पार्टी की उस नीति पर सवाल उठाता है, जिसने आज तक आरक्षण को एक महत्वपूर्ण सामाजिक और राजनीतिक मुद्दा बना रखा है।

'कांग्रेस ने की धर्म के नाम पर वोटबैंक की राजनीति'

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने देश में धर्म के नाम पर वोटबैंक की राजनीति की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए धर्म का खेल खेला और यह देश की सामाजिक एकता के लिए खतरे की बात थी। मोदी ने यह स्पष्ट किया कि संविधान के निर्माण के समय जो उद्देश्य था, वह समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए समान अवसर और समान अधिकार सुनिश्चित करना था, न कि किसी विशेष वर्ग के हितों के लिए संविधान का इस्तेमाल करना।


370 पर भी बोले PM मोदी 

इस चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान की महत्वपूर्ण धारा 370 का भी उल्लेख किया और कहा कि कांग्रेस ने इसे समाप्त करने के खिलाफ खड़े होकर संविधान का अपमान किया था। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान को सही दिशा में लागू करने के लिए देश की सरकार प्रतिबद्ध है और किसी भी राजनीतिक दल या उनके भ्रामक तर्कों का असर नहीं होने दिया जाएगा।


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