बिजली निगम ने उपभोक्ता को भेजा 44.31 करोड़ का बिल, उड़े होश
बिजली निगम की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। निजी कंपनी के मालिक ने बताया कि उन्होंने बिजली निगम से छह किलोवाट का अस्थायी कनेक्शन लिया है। उनके ऊपर बिजली निगम का कोई बिल बकाया नहीं है।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने आईएमटी सेक्टर-69 में स्थित एक निजी कंपनी को एक माह का 44 करोड़ 31 लाख 6 हजार 675 रुपये का बिल भेज दिया। बिल देखते ही कंपनी मालिक के होश उड़ गए। कंपनी मालिक की शिकायत के बाद बिजली निगम के अधिकारियों ने मीटर रीडर की लापरवाही बताकर बिल ठीक कराने का आश्वासन दिया है।
बिजली निगम की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। निजी कंपनी के मालिक ने बताया कि उन्होंने बिजली निगम से छह किलोवाट का अस्थायी कनेक्शन लिया है। उनके ऊपर बिजली निगम का कोई बिल बकाया नहीं है।
इसके बावजूद बिजली निगम की ओर से बिजली बिल भरने के लिए भारी भरकम रकम का मैसेज आया जिससे उनके होश उड़ गए। उन्होंने इसकी शिकायत बदरौला सब डिवीजन कार्यालय में की है। निगम के अधिकारियों ने मीटर रीडर की गलती बताते हुए समस्या के समाधान का आश्वास दिया है। निजी कंपनी के मालिक ने बताया कि गर्मियों में बिजली का बिल 8 से 10 हजार रुपये आता है। अगस्त में बिजली बिल 7 हजार रुपये आया था। सिंतबर में उनका बिजली बिल 44 करोड़ 31 लाख 6 हजार 675 रुपये आ गया।
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