भारत निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान तैयारियों की समीक्षा

हरियाणा राज्य के 12 से 13 अगस्त, 2024 दौरे के दौरान चुनाव प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को जारी किए गए आयोग के निर्देशों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा करने के लिए आज भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की.

Sep 24, 2024 - 16:13
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भारत निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान तैयारियों की समीक्षा

एमएच वन न्यूज, गुरुग्राम : हरियाणा राज्य के 12 से 13 अगस्त, 2024 दौरे के दौरान चुनाव प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को जारी किए गए आयोग के निर्देशों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा करने के लिए आज भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने हरियाणा विधानसभा -2024 के चल रहे आम चुनाव की तैयारियों के संबंध में 11 जिलों के मंडल आयुक्तों, आईजी पुलिस रेंज, डिप्टी कमिश्नर एवं डीईओ, पुलिस आयुक्तों और एसपी, नगर निगम आयुक्त, जनरल ऑब्जर्वर, पुलिस ऑब्जर्वर व एकस्पेंडिचर ऑब्जर्वर के साथ बैठक की।  टीम में उप-चुनाव आयुक्त हृदेश कुमार, सचिव केपी सिंह, प्रधान सचिव अविनाश कुमार और प्रधान सचिव एसबी जोशी शामिल थे। बैठक हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल और स्टेट पुलिस नोडल ऑफिसर सौरभ सिंह की उपस्थिति में हुई।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी और राज्य पुलिस नोडल अधिकारी के साथ प्रशासनिक, कानून व्यवस्था तथा चुनाव संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी। आयोग ने कानून और व्यवस्था की बेहतर स्थिति बनाए रखते हुए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का निर्देश दिया था। उन्होंने निर्देश दिए कि मृत और स्थानांतरित मतदाताओं को सूची से  हटाया जाए। इसके अलावा, मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल वातावरण के साथ-साथ पोलिंग बूथों पर न्यूनतम सुनिश्चित सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए थे। डीईओ को सभी राजनीतिक दलों के लिए समान रूप से सुलभ होने और विभिन्न चुनाव संबंधी गतिविधियों से संबंधित शिकायतों का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए थे।

बैठक में उप चुनाव आयुक्त हृदेश कुमार ने मतदाता सूचियों के अंकन, एएसडी (अनुपस्थित, स्थानांतरित, डुप्लिकेट या मृत) सूचियों को तैयार करने की समय-योजना, वोटर स्लिप के वितरण, मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) वितरण और मतदाता सूचियों से संबंधित किसी भी बड़ी शिकायत के समाधान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि लंबित ईपीआईसी कार्डों की छपाई प्रिंटर से कराई जाए और 30 सितंबर तक ईपीआईसी कार्ड वितरित किए जाएं। इस कार्य का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए बीएलओ को लगाया जा सकता है। अंकित सूचियां निर्देशों के अनुसार तैयार की जानी चाहिए। साथ ही उम्मीदवारों को सौंपी जाने वाली मतदाता सूचियों की प्रतियों का मिलान अंकित मतदाता सूचियों से होना चाहिए।

उन्होंने जिला उपायुक्तों-सह-डीईओ और एसपी को व्यक्तिगत रूप से मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने और आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। आयोग ने इस बात पर भी बल दिया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर बीएलओ द्वारा मतदाता सुविधा बूथ स्थापित किए जाने चाहिए। लाइनों में खड़े मतदाताओं की सुविधा के लिए बैठने की उचित व्यवस्था और रेस्ट एरिया की व्यवस्था होनी चाहिए।

टीम ने सभी मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग की आवश्यकता बताई। बेहतर निगरानी सुनिश्चित करने के लिए, उच्च गुणवता के कैमरों का उपयोग किया जाना चाहिए और कैमरों को इस तरह से स्थापित किया जाना चाहिए कि वे प्रभावी निगरानी के लिए मतदान केंद्रों को ठीक से कवर करे और संवेदनशील केंद्रों पर अधिक कैमरों को स्थापित किया जाना चाहिए।
इसी प्रकार से उन्होंने कहा कि मतदान की गोपनीयता से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। विभिन्न जिलों के डीईओ ने चुनाव आयोग को विशेष मॉडल मतदान केंद्रों की स्थापना के बारे में जानकारी दी। इनमें पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित ‘गुलाबी बूथ’, युवा कर्मचारियों द्वारा प्रबंधित बूथ और दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) कर्मचारियों द्वारा देखरेख वाले बूथ शामिल हैं।  टीम ने पोलिंग पार्टियों के प्रस्थान व आगमन के स्थानों की तैयारियों का जायजा लिया। सभी अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद दिशा निर्देश दिए कि पोलिंग पार्टियों के ठहरने व खाने की व्यवस्था ठीक से सुनिश्चित करें। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का भी उचित प्रबंध हो। 

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