चशोती में बादल फटने की घटना, बादल फटने से कई लोगों के लापता होने की अशंका
मलबे में फंसे लोगों की तलाश जारी है प्रशासन ने आसपास के इलाकों को सतर्क कर दिया है और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
जम्मू-कश्मीर के चसोती पद्दार क्षेत्र में बादल फटने की गंभीर घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई, इलाके में बड़ी संख्या में लोग लापता बताए जा रहे हैं, राहत और बचाव कार्यों को तेज करते हुए एनडीआरएफ की एक विशेष टीम और डॉग स्क्वॉड को मौके पर तैनात किया गया है। मलबे में फंसे लोगों की तलाश जारी है प्रशासन ने आसपास के इलाकों को सतर्क कर दिया है और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है, 100 से अधिक लोग घायल हैं और कई लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन और राहत एजेंसियां लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हुई हैं। सेना, NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें रस्सियों और भारी मशीनों की मदद से बचाव कार्य कर रही हैं। मंत्री जावेद डार ने बताया कि लापता लोगों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं है और रेस्क्यू अभियान निरंतर जारी है।
उमर अब्दुल्ला की PM मोदी से बात
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि राज्य प्रशासन पूरी क्षमता के साथ राहत और बचाव कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से फोन पर बात की और राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी ली।
आपदा के असर से पूरा इलाका खंडहर में तब्दील हो गया है। ढहे मकान, नष्ट वाहन और बड़े पत्थरों से बंद सड़कों का मंजर हर तरफ देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरें इस तबाही की भयावहता को बयां कर रहे हैं - कैसे मलबे और गाद से भरा तेज़ पानी पूरे गांव को समतल कर गया।
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