नूंह में फिर से निकलेगी ब्रजमंडल यात्रा, हिंदू संगठनों ने शुरू की तैयारी, अलर्ट मोड पर प्रशासन

Jul 7, 2024 - 11:37
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नूंह में फिर से निकलेगी ब्रजमंडल यात्रा, हिंदू संगठनों ने शुरू की तैयारी, अलर्ट मोड पर प्रशासन
नूंह में फिर से निकलेगी ब्रजमंडल यात्रा, हिंदू संगठनों ने शुरू की तैयारी, अलर्ट मोड पर प्रशासन
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:

हरियाणा के नूंह जिले में एक बार फिर से ब्रजमंडल यात्रा निकालने की तैयारियां शुरू हो गई है। यात्रा की तैयारियों को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है। 

हालांकि अभी तक प्रशासन के पास यात्रा के लिए कोई अनुमति पत्र नहीं आया है, लेकिन यात्रा की चर्चाओं के चलते माहौल गर्मा गया है। बता दें कि बीते वर्ष 31 जुलाई 2023 को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान 2 समुदायों में भड़की हिंसा में 6 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए थे। 

इसके अलावा अनेक वाहनों में भी आग लगा दी गई थी। पुलिस ने हिंसा के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से कई आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं।

22 जुलाई को यात्रा निकालने की तैयारी

जानकारों की माने तो हर साल की तरह इस साल भी साधु संत और हिंदू संगठनों के तत्वावधान में मेवात में 22 जुलाई सोमवार को विशाल जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। 

कार्यक्रम की तैयारी शुरू हो गई है। ब्रजमंडल शोभा यात्रा नूंह के प्राचीन शिव मंदिर से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका के अरावली में स्थित शिव मंदिर होते हुए पुन्हाना उपमंडल के सिंगार गांव के मंदिर पर जाकर खत्म होती है।

बना रहेगा मेवात का भाईचारा

नूंह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा का कहना है कि उनके पास अभी तक ब्रजमंडल शोभा यात्रा को लेकर कोई लिखित सूचना नहीं आई है। जैसे ही सूचना या अनुमति मिलेगी, उस पर काम किया जाएगा। 

नूंह के एसपी विजय प्रताप ने कहा है कि अभी तक अनुमति के लिए कोई सूचना नहीं आई है। अगर यात्रा निकाली जाती है तो प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि शांति और व्यवस्था बनी रहे। 

उन्होंने कहा कि पिछले साल जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन मेवात का भाईचारा बना रहेगा। प्रशासन इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेगा और निर्णय लेगा।

15 दिनों तक लगा था कर्फ्यू

पिछले साल हुई नूंह हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से 4 नूंह और 2 गुरुग्राम जिले के थे। इसके अलावा कई लोग घायल हुए थे और सैकड़ों वाहन जला दिए गए थे। 

इस हिंसा के मामले में पुलिस ने अलग-अलग थानों में करीब 61 मुकदमे दर्ज किए थे, जिनमें यूएपीए भी लगाया गया था। ये मुकदमे 2 होमगार्ड और एक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या से जुड़े हुए हैं। 

फिरोजपुर झिरका के कांग्रेस विधायक मामन खान को भी गिरफ्तार किया गया था। हिंसा के दौरान करीब एक सप्ताह तक बाजार बंद रहा और 15 दिन तक कर्फ्यू लागू रहा।

पुलिस पूरी तरह से सतर्क

बीते वर्ष प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से प्रशासन और जिले के मौजिज लोगों ने हिंसा पर काबू पाया था। हिंसा में मोनू मानेसर और बिट्‌टू बजरंगी का नाम भी सामने आया था। उन पर भड़काऊ वीडियो जारी कर हिंसा के लिए उकसाने के आरोप लगाए गए थे। 

प्रशासन और पुलिस इस बार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उम्मीद है कि इस साल की यात्रा शांति और सामंजस्य के साथ संपन्न होगी।

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