अप्रैल-मई में देश का कोयला आयात पांच प्रतिशत बढ़कर 5.22 करोड़ टन पर पहुंचा
टाटा स्टील और सेल के संयुक्त उद्यम बी2बी ई-कॉमर्स मंच ‘एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड’ के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल और मई माह में कोयला आयात 4.96 करोड़ टन रहा था।
देश का कोयला आयात चालू वित्त वर्ष के पहले दो माह में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 5.3 प्रतिशत बढ़कर 5.22 करोड़ टन रहा है।
टाटा स्टील और सेल के संयुक्त उद्यम बी2बी ई-कॉमर्स मंच ‘एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड’ के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल और मई माह में कोयला आयात 4.96 करोड़ टन रहा था।
हालांकि, मई में कोयला आयात मामूली घटकर 2.61 करोड़ टन रहा है। पिछले साल मई में यह 2.65 करोड़ टन था। मई में कोयला आयात 1.43 प्रतिशत घटा है।
एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कहा कि मानसून की शुरुआत के कारण आने वाले सप्ताहों में आयात की मांग कम रहने की संभावना है, जबकि घरेलू बाजार में उत्पादन वृद्धि अच्छी रहनी चाहिए।
इसके अलावा आपूर्ति की कमी के कारण समुद्री मार्ग से आने वाले कोकिंग कोयले के दाम चढ़ सकते हैं। इससे देश में खरीदारों की रुचि प्रभावित हो सकती है।
मई में कुल कोयला आयात में गैर-कोकिंग कोयले का हिस्सा 1.75 करोड़ टन रहा, जबकि पिछले साल मई में यह 1.81 करोड़ टन रहा था। कोकिंग कोयले का आयात मई में 50.3 लाख टन रहा, जो मई, 2023 में 51 लाख टन था।
घरेलू कोयला उत्पादन में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने हाल में कहा था कि भारत को जीवाश्म ईंधन का घरेलू उत्पादन बढ़ाना चाहिए और कोयला आयात को कम करने का प्रयास करना चाहिए।
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