राज्यसभा उपचुनाव के दौरान हरियाणा में BJP को नहीं होगी दिक्कत, पार्टी प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय

इसके विपरीत कांग्रेस के पास केवल 37 विधायक है। ऐसे में संख्या बल के हिसाब से राज्यसभा के उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है। 

Nov 27, 2024 - 16:46
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राज्यसभा उपचुनाव के दौरान हरियाणा में BJP को नहीं होगी दिक्कत, पार्टी प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में राज्यसभा की रिक्त हुई एक सीट पर उपचुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की तारीफ का ऐलान कर दिया गया है। हरियाणा में एक बार फिर से किरण चौधरी के राज्यसभा भेजे जाने वाले इतिहास दोहराया जा सकता है। मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी के पास खुद के 48 विधायक है। इसके अलावा 3 निर्दलीय विधायकों ने भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है। इसके विपरीत कांग्रेस के पास केवल 37 विधायक है। ऐसे में संख्या बल के हिसाब से राज्यसभा के उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है। 

किरण चौधरी भी चुनी गई थी निर्विरोध

पूर्व में दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद खाली हुई हरियाणा की एक राज्यसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान भी भारतीय जनता पार्टी की ओर से किरण चौधरी को अपना उम्मीदवार घोषित किया गया था। हालांकि उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और विपक्षी नेताओं की ओर से सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया जा रहा था, लेकिन संख्या बल बीजेपी के पक्ष में होने के कारण कांग्रेस ने उस समय अपने किसी भी प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा था, जिसके चलते बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर किरण चौधरी निर्विरोध रूप से विजयी घोषित होकर राज्यसभा पहुंच गई थी। 

2028 तक होगा कार्यकाल

राज्यसभा के सांसद रहे कृष्णलाल पंवार ने इसराना विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव जीतने के बाद 14 अक्टूबर को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह 17 अक्टूबर को हरियाणा की नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए थे। कृष्णलाल पंवार का राज्यसभा के सदस्य के तौर पर एक अगस्त 2028 तक का कार्यकाल था। इसी के चलते अब उनके इस्तीफे के बाद यह उपचुनाव करवाए जा रहे हैं। पंवार के स्थान पर जो भी सदस्य राज्यसभा सदस्य के तौर पर चुना जाएगा, उनका कार्यकाल भी एक अगस्त 2028 तक का होगा।

राज्यसभा उपचुनाव का शेड्यूल

निर्वाचन आयोग की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव के लिए तीन दिसंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। 10 दिसंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। इसके पश्चात 11 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 13 दिसंबर को नामांकन वापसी की अंतिम तिथि है। अगर जरूरत पड़ती है तो 20 दिसंबर को एक सीट के लिए मतदान करवाया जाएगा। 20 दिसंबर को ही सुबह 9 बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और मतदान के बाद उसी दिन मतगणना होगी। हरियाणा में 24 दिसंबर को राज्यसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रक्रिया संपन्न होगी।

विधायकों की संख्या बल पर बीजेपी के खाते में जाएगी यह सीट

हरियाणा में राज्यसभा की यह सीट भी भारतीय जनता पार्टी के खाते में जानी तय है। 90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या 48 है। विपक्षी दल कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं। हालांकि, यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में विपक्ष के विधायक जीतकर आए हैं। इसके बावजूद बीजेपी को अपना प्रत्याशी राज्यसभा में भेजने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। 48 विधायकों के बल पर भी बीजेपी आसानी से अपने प्रत्याशी को वर्ष 2028 तक राज्यसभा भेज सकती है।

बीजेपी किसे भेजेगी राज्यसभा ?

राज्यसभा सांसद के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, पूर्व सांसद संजय भाटिया और सुनीता दुग्गल का नाम चर्चा में है। राज्यसभा के इस उपचुनाव में प्रत्याशी का चयन करते समय बीजेपी जातिय समीकरण को भी ध्यान में रखेगी, क्योंकि पूर्व सदस्य कृष्णलाल पंवार दलित समुदाय से आते हैं। ऐसे में बीजेपी यहां से जातिय समीकरण के अनुसार ही अपने प्रत्याशी का चयन करेगी।

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