चार दिन में तैयार हुआ ओजरी का बैली ब्रिज, पुल बनने के बाद फिर शुरू हुई यमुनोत्री यात्रा
पुल को हुए नुकसान के बाद अधिकारियों ने इसे चार दिन में बनाने का दावा किया था, जिस पर यकीन करना मुश्किल था, लेकिन PWD ने इस चुनौती पूर्ण काम को तय वक्त के अंदर ही पूरा किया।

28 जून को बाधित हुई यमुनोत्री धाम यात्रा फिर शुरू हो गई है, दरअसल इस यात्रा के फिर से शुरू होने का रास्ता ओजरी में बने बैली ब्रिज ने खोला है, जिसे सिर्फ चार दिन में तैयार कर PWD ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। पुल को हुए नुकसान के बाद अधिकारियों ने इसे चार दिन में बनाने का दावा किया था, जिस पर यकीन करना मुश्किल था, लेकिन PWD ने इस चुनौती पूर्ण काम को तय वक्त के अंदर ही पूरा किया।
पुल बनने के बाद स्थानीय लोगों के साथ-साथ श्रद्धालुओं में भी उत्साह देखा जा रहा है, बता दें कि यात्रा के बाधित होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चिंता व्यक्त की थी और अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यात्रा मार्ग को जल्दी खोलने के लिए लगातार उच्चस्तरीय बैठकें की गईं और काम की निगरानी की जाती रही।
देहरादून कैंची धाम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंची धाम मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रदेश के आपदा पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष में 2.50 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान भी मानवता की बड़ी सेवा है। साथ ही, कैंची धाम बाईपास के लिए वन भूमि स्वीकृति मिलने के बाद सड़क निर्माण में तेजी लाई जाएगी, जिससे क्षेत्रीय लोगों और पर्यटकों को सुविधा मिलेगी।
ट्रस्ट अध्यक्ष ओमप्रकाश बिंद्रा ने कहा कि वे शिक्षा, चिकित्सा और आपदा प्रबंधन में हर संभव मदद कर रहे हैं। हर साल 3000 बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती है, जिसे बढ़ाकर 5000 किया गया है। ट्रस्ट ने 15 जून को आयोजित कैंचीधाम मंदिर स्थापना दिवस के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
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