हत्या और दहेज उत्पीड़न के झूठे आरोपों में फंसा अतुल सुभाष, जानिए पूरा मामला
बेंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद उनके 24 पन्ने के सुसाइड नोट और एक घंटे के वीडियो ने सनसनी मचा दी।
बेंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद उनके 24 पन्ने के सुसाइड नोट और एक घंटे के वीडियो ने सनसनी मचा दी। इस मामले ने एक नया मोड़ लिया है, क्योंकि सुसाइड नोट में अतुल ने अपनी पत्नी और ससुरालवालों द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों का खुलासा किया है। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर झूठे मामलों का बोझ डाला और उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया।
वकील आभा सिंह, जो इस केस में अतुल के परिवार की कानूनी सहायता कर रही हैं, ने बताया कि अतुल के खिलाफ 9 झूठे मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें हत्या, दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा जैसी गंभीर धाराएं शामिल थीं। खासतौर पर, उन पर अपने ससुर की हत्या का झूठा आरोप था, जिसे उनकी पत्नी ने पहले ही खारिज कर दिया था, कहकर कि उनका ससुर हार्ट अटैक से मरा था।
आभा सिंह का कहना था कि पुलिस ने अतुल के खिलाफ साजिश रचकर मामले दर्ज किए, और उनका उद्देश्य केवल लालच था। उनका यह भी आरोप है कि यूपी की जौनपुर पुलिस ने कानून का दुरुपयोग किया है। सिंह ने कहा, “पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया।”
इसके अलावा, पुरुष अधिकार कार्यकर्ता बरखा त्रेहन ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह अकेला मामला नहीं है, और देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो झूठे आरोपों के शिकार हो रहे हैं। त्रेहन ने दावा किया कि पुरुषों के खिलाफ 95% मामले फर्जी होते हैं, और यह स्थिति अत्यंत गंभीर है।
अतुल के मामले ने एक बार फिर पुरुषों के खिलाफ दर्ज किए जा रहे झूठे मामलों और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। समाज में इस प्रकार के मामलों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं, और कई लोगों ने कानून में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है।
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