ऑपरेशन 'कालनेमि' के तहत फर्जी बाबाओं पर कार्रवाई, 87 फर्जी बाबाओं को किया गिरफ्तार
पकड़े गए सभी बाबा साधु-संतों का वेश धारण कर तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और अन्य प्रकार के ढोंग दिखाकर श्रद्धालुओं और आम जनता को गुमराह कर रहे थे। हरिद्वार पुलिस का कहना है कि उनका अभियान जारी रहेगा।
उत्तराखंड में 'ऑपरेशन कालनेमि' के तहत फर्जी साधुओं के खिलाफ कार्रवाई जारी है। हरिद्वार जिले के विभिन्न थानों ने ऑपरेशन कालनेमि के तहत 44 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी बाबा साधु-संतों का वेश धारण कर तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और अन्य प्रकार के ढोंग दिखाकर श्रद्धालुओं और आम जनता को गुमराह कर रहे थे। हरिद्वार पुलिस का कहना है कि उनका अभियान जारी रहेगा।
उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि के तहत फर्जी बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में एसएसपी हरिद्वार प्रमोद डोभाल के निर्देश पर जिले के थाना पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमि चलाया है। इसी क्रम में रुड़की की गंगनहर कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गंगनहर पटरी और रेलवे स्टेशन के आसपास गश्त और चेकिंग के दौरान फर्जी बाबाओं को हिरासत में लिया। पुलिस के अनुसार, ये सभी आरोपी बाबा का वेश धारण कर तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और ठगी की कला दिखाकर श्रद्धालुओं को गुमराह कर रहे थे।
जिससे भीड़ और संभावित कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो रही थी। उधर, पिरान कलियर थाना क्षेत्र में पुलिस ने दरगाह और आसपास के इलाकों में चेकिंग अभियान चलाकर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र जैसे विभिन्न राज्यों से आए फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया। जिसके बाद नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। इसके अलावा मंगलौर कोतवाली पुलिस ने भी 11 फर्जी बाबाओं को हिरासत में लिया। इसके साथ ही खानपुर पुलिस ने एक बाबा और भगवानपुर पुलिस ने दो बाबाओं को हिरासत में लिया। बता दें, पुलिस की यह कार्रवाई उन फर्जी बाबाओं के खिलाफ है जो धर्म की छवि खराब कर समाज को गुमराह कर रहे हैं।
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