UP में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर 582 जजों का ट्रांसफर
इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल राजीव भारती ने 30 मार्च को अधिसूचना जारी कर प्रदेश की विभिन्न अदालतों में तैनात 582 न्यायिक अधिकारियों का ट्रांसफर दूसरे जिलों में कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर न्यायिक फेरबदल हुआ है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश की विभिन्न जिला अदालतों में तैनात 582 न्यायिक अधिकारियों का ट्रांसफर दूसरे जिलों में कर दिया है। ये सभी ट्रांसफर इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली के आदेश पर किए गए हैं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल राजीव भारती ने 30 मार्च को अधिसूचना जारी कर प्रदेश की विभिन्न अदालतों में तैनात 582 न्यायिक अधिकारियों का ट्रांसफर दूसरे जिलों में कर दिया है। तबादला किए गए न्यायिक अधिकारियों में 236 अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, 207 सिविल जज सीनियर डिवीजन और 139 सिविल जज जूनियर डिवीजन रैंक के अधिकारी शामिल हैं। ट्रांसफर लिस्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।
हर जिले के न्यायिक अधिकारी तबादला सूची में
रजिस्ट्रार जनरल राजीव भारती की ओर से जारी अधिसूचना में सभी न्यायाधीशों के ट्रांसफर से पहले उनके द्वारा दिए गए प्रत्यावेदनों पर भी विचार किया गया है। इन सभी न्यायिक अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में ज्वाइन करना है। यह वार्षिक तबादला है और ट्रांसफर लिस्ट में प्रदेश के हर जिले के न्यायिक अधिकारी शामिल हैं।
जज रवि कुमार दिवाकर का भी तबादला
वहीं, बरेली में तैनात जज रवि कुमार दिवाकर का नाम भी तबादले की सूची में शामिल है। उन्हें अब बरेली से चित्रकूट भेजा गया है। बता दें कि रवि कुमार दिवाकर वर्तमान में बरेली में ADJ हैं। वाराणसी के ज्ञानवापी मामले में सर्वे का आदेश देने वाले जज रवि कुमार दिवाकर काफी चर्चा में रहे हैं। उन्हें धमकियां भी मिल चुकी हैं।
रवि कुमार दिवाकर मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं और दिसंबर 2009 में न्यायिक सेवा में शामिल हुए थे। ज्ञानवापी मामले की सुनवाई से खुद को अलग करने के बाद जून 2023 में उनका ट्रांसफर वाराणसी से बरेली कर दिया गया था। CM योगी ने भी जस्टिस दिवाकर की तारीफ की है।
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