पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में रखा भारत का पक्ष
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लॉन्च किए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में तीखी बहस चल रही है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लॉन्च किए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में तीखी बहस चल रही है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है तो सरकार भी सवालों का जवाब दे रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में अपनी बात रख रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि में सदन में भारत का पक्ष रखने के लिए खड़ा हूं। निर्दोष लोगों को धर्म पूछकर मारा गया। मैंने विदेश में था, जैसे ही पता चला मैं देश लौटा और एक बैठक बुलाई। सेना को कार्रवाई की खुली छुट दी।
पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान जिस प्रकार से देश के लोगों ने मेरा साथ दिया, मुझे आशीर्वाद दिया, देश की जनता का मुझ पर कर्ज है। मैं देशवासियों का आभार व्यक्त करता हूं, मैं देशवासियों का अभिनंदन करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं इस सदन के समक्ष भारत का पक्ष रखने के लिए यहां खड़ा हूं। जो लोग भारत का पक्ष नहीं देख पा रहे हैं, मैं उन्हें आईना दिखाने के लिए यहां खड़ा हूं। मैंने कहा था कि यह भारत के 'विजयोत्सव' का सत्र है...जब मैं 'विजयोत्सव' की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा - ये 'विजयोत्सव' आतंकी मुख्यालय को मिट्टी में मिलाने का है।
पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वो क्रूरता की पराकाष्ठा थी। ये भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सोचा-समझा प्रयास था। ये भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी। आज मैं देशवासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सेना को कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई और यह भी कहा गया कि सेना को यह तय करना चाहिए कि कब, कहां, कैसे और किस तरीके से कार्रवाई करनी है... हमें गर्व है कि आतंकवादियों को सजा दी गई, और यह ऐसी सजा थी कि आतंक के उन आकाओं की आज भी रातों की नींद उड़ी हुई है।
What's Your Reaction?