संसद और देश के आर्थिक विकास की रीढ़ हैं महिलाएं: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि महिलाएं संसद और देश के आर्थिक विकास की रीढ़ हैं।

उन्होंने यहां दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज की छात्राओं को संसद के शीतकालीन सत्र में बतौर दर्शक भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

संसद में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही लोकसभा और विधानसभाओं में कम से कम एक-तिहाई सीटें महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित की जाएंगी।

कॉलेज की हीरक जयंती के अवसर पर ‘भारतीय संसद में महिलाओं की भूमिका’ विषय पर एक संबोधन में उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने उस समय 21 सितंबर को इतिहास रचा जब महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पारित किया गया। अब यह विधेयक कानून का रूप ले चुका है।

उन्होंने कहा, “नए संसद भवन में 21 सितंबर को संसद के एक विशेष सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने से इतिहास रचा गया। वह दिन हिंदू तिथि के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के साथ मेल खाता था।” राज्यसभा के सभापति ने कहा, ‘‘महिलाएं संसद और हमारे आर्थिक विकास की रीढ़ हैं। उनकी उपस्थिति के बिना देश सफलतापूर्वक नहीं चल सकता।”