भूटान नरेश शुक्रवार से असम की तीन-दिवसीय यात्रा पर रहेंगे

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक शुक्रवार से असम की तीन-दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। वांगचुक की यह यात्रा भूटान के किसी भी राजा की पहली असम यात्रा होगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

वांगचुक यहां विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे तथा यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल ‘काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान’ भी जाएंगे।

‘भूटान इंडिया फ्रेंडशिप एसोसिएशन’ के उपाध्यक्ष दाशो त्सेरिंग वांग्दा ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘इतिहास में अभी तक भूटान के किसी भी राजा द्वारा असम की आधिकारिक यात्रा नहीं की गई है। आधिकारिक जिम्मेदारियों और भौगोलिक वास्तविकताओं के कारण पहले नयी दिल्ली में केंद्र सरकार के साथ बातचीत होती थी।’’

उन्होंने कहा, “भूटान नरेश अब असम की ऐतिहासिक यात्रा करेंगे, दोनों देशों की दोस्ती को मजबूत करेंगे और क्षेत्र में अभूतपूर्व शांति सुनिश्चित करने में दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए असम और भारत के साथ एकजुटता दर्शाएंगे।”

भारत और भूटान के बीच सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंधों का उल्लेख करते हुए वांग्दा ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद की समस्या के कारण ‘थोड़े वक्त के लिए परेशानी’ आई थी और कई उग्रवादी संगठनों ने उनकी (भूटान की) सीमा के अंदर भी शिविर लगाए थे।