सदन में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि यह एक समावेशी बजट है और इसका उद्देश्य विकसित उत्तराखंड का निर्माण करना है।
सदन में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि यह एक समावेशी बजट है और इसका उद्देश्य विकसित उत्तराखंड का निर्माण करना है।
मंत्रीमंडल की बैठक खत्म होने के बाद मंत्री हरपाल चीमा ने प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि पंजाब विधानसभा का बजट सत्र एक से 15 मार्च तक बुलाया जाएगा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट पांच मार्च को पेश किया जाएगा।
माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करेंगे।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में लेखानुदान (अंतरिम बजट) पेश करना शुरू कर चुकी हैं। वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट जुलाई में पेश किया जाएगा। 70 हजार होंगी नई भर्तियां दीया कुमारी ने बजट में 70 हजार नई भर्तियों की घोषणा की है। दीया ने कहा कि… Continue reading राजस्थान बजट में 70 हजार पदों पर भर्तियों की घोषणा, मेट्रो विस्तार को भी मंजूरी
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में लेखानुदान (अंतरिम बजट) पेश करना शुरू किया। वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट जुलाई में पेश किया जाएगा। संविधान के अनुच्छेद 116 के तहत बजट स्वीकृत होने तक सीमित अवधि के लिए आवश्यक सरकारी व्यय को पूरा करने के लिए लेखानुदान प्रस्तुत… Continue reading राजस्थान की वित्त मंत्री ने 2024-25 सत्र के लिए पेश किया अंतरिम बजट
राज्य के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को विधानसभा में बजट पेश किया। यह राज्य का अब तक का सबसे बड़ा बजट है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राज्य के बजट का आकार 6.90 लाख करोड़ रुपये था जिसमें 32,721 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल थीं।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने बजट को हर वर्ग के लिए निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में किसी वर्ग को कुछ नहीं दिया। ये बजट के नाम पर केवल खानापूर्ति है। बजट में न बच्चों की शिक्षा के लिए, न स्वास्थ्य के लिए, न महिलाओं के लिए,… Continue reading बजट में सरकार ने हर वर्ग को निराश किया: डॉ. सुशील गुप्ता
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को संसद में अपना लगातार छठा बजट पेश किया और 56 मिनट में अपना बजट भाषण समाप्त किया जो उनका अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण है।
फिरोजी रंग की कढ़ाई वाली कांथा सिल्क की साड़ी पहनकर संसद पहुंचीं सीतारमण के भाषण के दौरान लोकसभा में सत्ता पक्ष के सदस्य उनकी घोषणाओं और टिप्पणियों पर बीच-बीच में मेजें थपथपाते देखे गए।
जब उन्होंने कहा कि ‘‘हमारी सरकार जुलाई में पूर्ण बजट पेश करेगी’’ तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने सबसे ज्यादा देर तक मेजें थपथपाईं।
विपक्षी सदस्यों ने भी वित्त मंत्री का बजट भाषण पूरे ध्यान से सुना। हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद उनकी सरकार के सत्ता में लौटने संबंधी कथन पर विपक्ष की ओर से कुछ विरोध के स्वर सुनाई दिए।
इससे पहले आज पूर्वाह्न 11 बजे बजट भाषण शुरू होने से पहले जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा कक्ष में पहुंचे तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने ‘भारत माता की जय’, ‘जय श्रीराम’ और ‘जय सियाराम’ के नारे लगाए।
सीतारमण का 56 मिनट का आज का बजट भाषण उनका अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण है। सदन में सबसे लंबा बजट भाषण देने का श्रेय भी सीतारमण को जाता है जब उन्होंने साल 2020 में दो घंटे 40 मिनट तक भाषण पढ़ा था।
भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री के रूप में 2019 में सीतारमण का बजट भाषण दो घंटे 17 मिनट तक चला था। साल 2021 में उन्होंने एक घंटा 50 मिनट तक बजट भाषण दिया। 2022 में उनका यह भाषण 92 मिनट का और 2023 में 87 मिनट का रहा।
सीतारमण के आज के बजट भाषण में पहले की तरह तमिल कवियों और विचारकों के उद्धरण नहीं थे। हालांकि उन्होंने कम से कम आठ बार प्रधानमंत्री मोदी का उल्लेख किया और उनके भाषणों के अंश पढ़े।
लोकसभा की दर्शक दीर्घाओं में अधिक संख्या में लोग नहीं थे। दीर्घा-2 में राज्यसभा के कुछ सदस्य बैठे थे, वहीं वित्त मंत्री के रिश्तेदार कृष्णमूर्ति लक्ष्मीनारायणन तथा विद्या लक्ष्मीनारायणन और उनकी बेटी वांग्मयी पराकला को दीर्घा-3 की पहली कतार में बैठे हुए देखा गया।
बजट प्रस्तुत करने से पहले सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्रियों-पंकज चौधरी और भागवत कराड तथा वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
राष्ट्रपति ने सीतारमण को चम्मच से दही-शक्कर खिलाई और केंद्रीय बजट प्रस्तुत करने के लिए शुभकामनाएं दीं।
सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कुछ शब्द-संक्षेपों की नई व्याख्या की। मसलन उन्होंने एफडीआई को ‘फर्स्ट डेवलप इंडिया’ (पहले भारत का विकास) और जीडीपी को ‘गवर्नेंस, डेवलपमेंट एंड परफॉर्मेंस’ (शासन, विकास और कार्य प्रदर्शन) कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के रूप में उच्च वृद्धि के अलावा सरकार अधिक समावेशी जीडीपी (शासन, विकास और कार्य प्रदर्शन) पर भी समान रूप से ध्यान दे रही है।’’
वित्त मंत्री सीतारमण ने 2019 में बजट दस्तावेजों को परंपरागत ब्रीफकेस में लाने के बजाय बही-खाते के रूप में लाना शुरू किया था जिस पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिह्न होता है। इस बार उन्होंने इस परिपाटी को कायम रखा।
जनता दल (यूनाइटेड) के नेता राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ को बजट भाषण के दौरान अनेक बार मेज थपथपाते हुए देखा गया। उनकी पार्टी गत सप्ताह ही पुन: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुई है।
सीतारमण के बजट भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री मोदी उनके पास पहुंचे और अंतरिम बजट प्रस्तुत करने के लिए उन्हें बधाई दी।
कई मंत्रियों को भी सीतारमण को बजट प्रस्तुत करने के बाद बधाई देते हुए देखा गया।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को अंतरिम बजट पेश होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का ‘‘आखिरी’’ बजट पेश किया है।
उन्होंने रायगढ़ जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सीतारमण ने अनुसार बजट गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों पर केंद्रित होगा।
ठाकरे ने कहा कि सरकार को आखिरकार एहसास हुआ कि देश में इन चार वर्ग के लोग हैं। उन्होंने कहा, ”मोदी सरकार ने अपना आखिरी बजट पेश किया है। वित्त मंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने बहुत भारी मन से इस कार्य को किया और आखिरी बजट पेश किया।”
सीतारमण ने लोकसभा चुनाव से पहले बृहस्पतिवार को लगातार अपना छठा बजट पेश किया।
सीतारमण ने चुनाव से पहले बजट पेश किया जो तकनीकी रूप से अप्रैल में शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों के लिए केंद्र सरकार के आवश्यक खर्च को पूरा करने के लिए लेखानुदान है। इसे अंतरिम बजट के रूप में जाना जाता है।
अप्रैल-मई में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के बाद चुनी गई नई सरकार संभवतः जुलाई में पूर्ण बजट पेश करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 10 सालों में महिलाओं का सशक्तिकरण करने का सबसे अधिक दावा किया है. इसी क्रम में अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कई घोषणाएं की. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में महिलाओं के लिए मोदी सरकार… Continue reading केंद्र सरकार ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लिया प्रण, क्या है ये योजना?