कुलगाम के इन प्रवासियों ने यहां भजन गाए और बाकी रीतियों में भी हिस्सा लिया। मौका सिर्फ नवरात्रि का ही नहीं था, इनके लिए अपनी बिरदारी को एक साथ देखना सबसे बड़ी बात थी।
कुलगाम के इन प्रवासियों ने यहां भजन गाए और बाकी रीतियों में भी हिस्सा लिया। मौका सिर्फ नवरात्रि का ही नहीं था, इनके लिए अपनी बिरदारी को एक साथ देखना सबसे बड़ी बात थी।
जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 में कहा गया है कि उपराज्यपाल कश्मीरी प्रवासी समुदाय से अधिकतम दो सदस्यों को विधानसभा में नामित कर सकते हैं। नामांकित सदस्यों में से एक महिला भी होनी चाहिए।