पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घायल लोगों को भी छत्तीसगढ़ के स्थानीय प्रशासन की मदद से घर भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घायल लोगों को भी छत्तीसगढ़ के स्थानीय प्रशासन की मदद से घर भेज दिया गया है।
14 फरवरी 1981 के दिन डाकुओं की रानी कही जाने वाली फूलन देवी के नरसंहार की घटना को सुनकर आज भी लोगों की रूह कांप उठती है। कानपुर देहात बेहमई गांव के लोग 14 फरवरी को भयावह हत्याकांड के लिए भी याद करते हैं। ये वही काला दिन है जब डकैतों की रानी कही जाने… Continue reading बेहमई कांड में 43 साल बाद आया फैसला, फूलन देवी ने 20 ठाकुरों को मारी थी गोलियां