Diwali: क्या है दीपावली पर घी और तेल के दिए जलाने का कारण, ये ग्रह होते हैं मजबूत

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Diwali: हिंदू पंचांग के अनुसार दिवाली और दीपावली का पावन त्यौहार हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार हिन्दुओं के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दिवाली के समय पूरे देश का माहौल देखने लायक होता है।

अब तो दिवाली की धूम सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में देखने को मिलती है। इसे दीपों का पर्व भी कहा जाता है क्योंकि दीपावली के दिन दीपक जलाने का विशेष महत्व है। दीपावली के दिन दीपक जलाए जाने के कईं कारण हैं। दीपावली के दिन सभी अपने घरों को अच्छे से सजाते हैं, विशेषकर घर के मुख्य द्वार को दीपों से सजाया जाता है।

आपने देखा ही होगा कि दीपावली पर एक दीपक घी का जलाया जाता है और बाकी सभी दीपक तेल से जलाए जाते हैं। लेकिन क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं। अगर नहीं, तो आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण।

इसलिए Diwali पर जलाए जाते हैं घी और तेल के दीये

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिट्टी के बने दीपक में सरसों का तेल का दीपक जलाने से शनि और मंगल ग्रह मजबूत होते हैं। इन ग्रहों के सही ना होने से व्यक्ति के जीवन कईं कष्ट और बाधाएँ आ जाती है।

लेकिन दीपावली पर तेल के दीपक जलाने से व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं और में जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। वहीं देसी घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

लक्ष्मी माता धन और ऐश्वर्य का प्रतीक मानी गई हैं। इसलिए घी का दीपक जलाने से माँ लक्ष्मी व्यक्ति पर अपना आशीर्वाद बनाएं रखती हैं। दीपावली के दिन घर में पहला दीपक मां लक्ष्मी की पूजा के लिए ही जलाया जाता है। इस दिन माँ लक्ष्मी का साधक के घर में आगमन होता है।