हरियाणा के दर्द की नब्ज पकड़ राहुल गांधी ने साधी 17 सीटें, संविधान, किसान, जवान, पहलवान, पलायन और छोटे व्यापारियों के उठाए मुद्दे

हरियाणा के चुनावी समर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने धमाकेदार एंट्री ली। जीटी रोड बेल्ट पर असंध और बागड़ के बरवाला में रैली कर राहुल ने हरियाणा के दर्द की नब्ज को बखूबी पकड़ा। उन्होंने करनाल, पानीपत, सफीदों व हिसार की 17 सीटों को साधा। राहुल गांधी ने अपने 27 मिनट के भाषण में हरियाणा के ज्वलंत मुद्दे बेरोजगारी, डंकी रूट से देश पलायन, किसान, जवान, पहलवान और संविधान के बारे में भाजपा को जमकर घेरा।

Sep 27, 2024 - 10:29
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हरियाणा के दर्द की नब्ज पकड़ राहुल गांधी ने साधी 17 सीटें, संविधान, किसान, जवान, पहलवान, पलायन और छोटे व्यापारियों के उठाए मुद्दे
हरियाणा के दर्द की नब्ज पकड़ राहुल गांधी ने साधी 17 सीटें, संविधान, किसान, जवान, पहलवान, पलायन और छोटे व्यापारियों के उठाए मुद्दे
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हरियाणा के चुनावी समर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने धमाकेदार एंट्री ली। जीटी रोड बेल्ट पर असंध और बागड़ के बरवाला में रैली कर राहुल ने हरियाणा के दर्द की नब्ज को बखूबी पकड़ा। उन्होंने करनाल, पानीपत, सफीदों व हिसार की 17 सीटों को साधा। राहुल गांधी ने अपने 27 मिनट के भाषण में हरियाणा के ज्वलंत मुद्दे बेरोजगारी, डंकी रूट से देश पलायन, किसान, जवान, पहलवान और संविधान के बारे में भाजपा को जमकर घेरा।

उन्होंने भाजपा से संविधान और आरक्षण बचाने की पुरजोर पैरवी की और बताया कि किस तरह भाजपा आरक्षण को खत्म करने पर तुली है। कांग्रेस जातिगत जनगणना करवाकर दलितों, पिछड़ों व गरीबों को पूरा हक देना चाहती है। प्रदेश में लगभग 22 प्रतिशत दलित वोटर हैं, जो राहुल गांधी के संविधान बचाने की इस लड़ाई में कांग्रेस का पूरा साथ दे सकते हैं। इस 22 प्रतिशत वोटर का लगभग 35 सीटों पर प्रभाव है। वहीं, पिछड़ा वर्ग के भी 33 प्रतिशत वोट हैं। पिछले कई दिन से भाजपा दलितों को साधने के लिए प्रोपेगेंडा चला रही है, लेकिन आज राहुल की इस रैली से पूरे समीकरण बदलने की चर्चा आम हो रही है।

राहुल ने आत्मीयता से रखी अपनी बात 

आम तौर पर चुनावी रैलियों में घोषणाएं और लच्छेदार भाषण सुनने को मिलते हैं, लेकिन राहुल गांधी ने पूरी तरह लीक से हटकर आत्मीयता से अपनी बात रखी। उन्होंने अपनी अमेरिका यात्रा का जिक्र करते हुए डंकी रूट से विदेश जाने वाले हरियाणा के युवाओं की दर्द भरी कहानी मंच से सुनाई। अमेरिका में उनसे मिले करनाल के युवकों ने बताया कि किस तरह जमीनें बेचकर व मोटे ब्याज पर पैसा लेकर वे विदेश आए हैं। अब 10 साल तक वे परिवार से मिल नहीं पाएंगे। 

राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं उस युवक के घर गया तो बच्चा देव वीडियो कॉल पर चीखें मारकर रोने लगा कि पापा घर वापस आ जाओ। मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है। यह बात सुनकर उपस्थित जनसमूह की आंखों से भी आंसू आ गए। राहुल गांधी ने कहा कि यह अकेले देव की कहानी नहीं है, रोजगार चौपट होने से इसी तरह लाखों बच्चे रो रहे हैं। हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं कि किसी देव को रोना न पड़े, किसी पिता को 10 साल अपने बच्चे को गले लगाने के लिए रुकना न पड़े। बता दें कि हरियाणा से लाखों की संख्या में देश पलायन हुआ है।

किसानों व पहलवानों को याद दिलाई लड़ाई

देश में पिछले दिनों दो बड़ी लड़ाई चर्चा में रही, जिसमें केंद्र की भाजपा सरकार को मुंह की खानी पड़ी। तीन काले कानूनों को 750 किसानों ने शहादत देकर वापस करवाया। पहलवान बेटियों ने दिल्ली में आंदोलन कर भाजपा नेता बृजभूषण पर केस दर्ज करवाया। इन दोनों ही लड़ाई में हरियाणा का अहम योगदान था। राहुल गांधी ने इन दोनों ही लड़ाइयों का जिक्र कर भाजपा से इसका हिसाब करने की अपील की।

एकजुटता का दिया संदेश 

भाजपा के कई दिन से चलाए जा रहे एजेंडे की आज उस समय हवा निकल गई जब राहुल गांधी की रैली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा एक मंच पर आए। दोनों ने अपने संबोधन में एक-दूसरे को सम्मान दिया। राहुल गांधी ने भी शैलजा से बात की। शैलजा इसके बाद आज तीन अन्य और जनसभाओं में शामिल हुईं।

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