पंजाब पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर सुलझाई खन्ना के शिवपुरी मंदिर में हुई चोरी की गुत्थी, 3.6 किलो चांदी के साथ 4 गिरफ्तार

पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रही मुहिम के बीच एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए खन्ना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय चोरी गिरोह का पर्दाफाश करके एक सप्ताह से भी कम समय में सनसनीखेज शिव मंदिर चोरी मामले को सुलझा लिया है। यह गिरोह मंदिर और गुरुद्वारों सहित धार्मिक स्थानों को निशाना बनाता था। इसके 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

Aug 23, 2024 - 09:09
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पंजाब पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर सुलझाई खन्ना के शिवपुरी मंदिर में हुई चोरी की गुत्थी, 3.6 किलो चांदी के साथ 4 गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर सुलझाई खन्ना के शिवपुरी मंदिर में हुई चोरी की गुत्थी, 3.6 किलो चांदी के साथ 4 गिरफ्तार

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रही मुहिम के बीच एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए खन्ना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय चोरी गिरोह का पर्दाफाश करके एक सप्ताह से भी कम समय में सनसनीखेज शिव मंदिर चोरी मामले को सुलझा लिया है। यह गिरोह मंदिर और गुरुद्वारों सहित धार्मिक स्थानों को निशाना बनाता था। इसके 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (DGP) पंजाब गौरव यादव ने दी। 

यह ऑपरेशन चंडीगढ़ पुलिस, बटाला पुलिस, उधम सिंह नगर पुलिस, उत्तराखंड और लखनऊ पुलिस के सहयोग से पूरा किया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के सिंधी झाला के रेशम सिंह उर्फ ​​रिंकू, रोपड़ के महिन्दपुर के रवि कुमार, रोपड़ में महिंदपुर का शहद और लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कुमारपुरम के राजीव कुमार उर्फ ​​सोनी के रूप में हुई है। 

जानकारी के अनुसार 15 अगस्त को प्रातः लगभग 4:30 बजे अज्ञात आरोपीगण मंदिर की छत पर लगे खिड़की के शीशे से शिवपुरी मंदिर में प्रवेश कर शिवलिंग महाराज के ऊपर रखे चांदी के गागर, शिवलिंग महाराज के गले में लगी चांदी की माला, कृष्ण महाराज की चांदी की बांसुरी, चांदी के मुकुट व मंदिर में विराजमान सभी मूर्तियों के सोने के आभूषण सहित विभिन्न सोने-चांदी के आभूषण चुरा ले गए तथा शिवलिंग महाराज का अपमान किया।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि खन्ना की पुलिस टीमों ने इस मामले में शामिल 4 आरोपियों को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया है तथा उनके कब्जे से मंदिर से चोरी की गई 3.63 किलोग्राम चांदी भी बरामद कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरोह तमिलनाडु और तेलंगाना के मंदिरों में डकैती की योजना बना रहा था, जिसे विफल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है और और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। 

एसएसपी खन्ना अश्विनी गोटियाल ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए कहा कि मामले का पता लगाने के लिए तेजी से कार्रवाई करते हुए एसपी जांच सौरव जिंदल की देखरेख में विशेष टीमों का गठन किया गया और मामले की जांच वैज्ञानिक-तकनीकी तरीकों और ह्यूमन इंटेलिजेंस का उपयोग करके की गई।
    
उन्होंने कहा कि मामले की जांच के दौरान, इनपुट मिले थे कि चोरों का एक अंतरराज्यीय गिरोह मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थानों में चोरी करता है। इनपुट पर तेजी से कार्रवाई करते हुए, खन्ना पुलिस की विशेष टीमों ने पंजाब और अन्य राज्यों के विभिन्न जिलों में छापेमारी की और उत्तराखंड पुलिस की मदद से दिल्ली से रेशम सिंह उर्फ ​​रिंकू की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।
    
एसएसपी ने कहा कि इसके अलावा, चंडीगढ़ पुलिस की मदद से आरोपी रवि कुमार को चंडीगढ़ से और आरोपी हनी को रोपड़ से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस गिरोह के सहयोगी यूपी के अलीगढ़ के उटावल के एक और आरोपी मोहित की पहचान की है, जिसे अभी गिरफ्तार किया जाना है। 

मामले की जांच के दौरान यह भी पता चला है कि चोरों का यह गिरोह चोरी किए गए चांदी और सोने के आभूषणों को ज्वैलर्स राजीव कुमार उर्फ ​​सोनी को बेचता था, जिसे इस मामले में तुरंत आरोपी बनाया गया और बाद में लखनऊ (यूपी) से गिरफ्तार किया गया और उसके कब्जे से चोरी के आभूषण बरामद किए गए। 

उन्होंने कहा कि आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है, जिससे और भी चोरी की वारदातों का खुलासा होने की संभावना है। गौरतलब है कि ज्वैलर्स पर पहले से ही चोरी के 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसएसपी गोटियाल ने बताया कि इस मामले में अब तक की गई जांच से पता चला है कि चोरों का यह गिरोह विभिन्न राज्यों में कई धार्मिक स्थलों पर चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है और इन लोगों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में धार्मिक स्थलों से चोरी करने के कई मामले दर्ज हैं।

पुलिस स्टेशन खन्ना सिटी में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 331 (4), 305 और 299 के तहत एक मामला एफआईआर नंबर 124 दिनांक 15.08.2024 को दर्ज किया गया था, जबकि जौहरी की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में बीएनएस की धारा 317 (2) के तहत अपराध जोड़ा गया है।

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