क्या अपने सबसे कट्टर दुश्मन देश पाकिस्तान जाएंगे पीएम मोदी ?, पड़ोसी ने भेजा न्योता !

अक्तूबर महीने में पाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक होने जा रही है. इसी में भाग लेने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा है.

Aug 29, 2024 - 19:04
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क्या अपने सबसे कट्टर दुश्मन देश पाकिस्तान जाएंगे पीएम मोदी ?, पड़ोसी ने भेजा न्योता !
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते कुछ महीनों से काफी देशों के दौरे पर रहे हैं. ऐसे में अब एक ऐसे देश ने भी पीएम मोदी को न्योता भेजा है जिससे भारत का छत्तीस का आंकड़ा है. दरअसल, ये न्योता और किसी ने नहीं बल्कि भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से मिला है. भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कई सालों से रिश्ते तनाव भरे चल रहे हैं. भारत ने दो टूक संदेश दे रखा है कि जब तक पाकिस्तान आतंक को पनाह देना बंद नहीं करता तब तक दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं होंगे. इस बीच पाकिस्तान की ओर से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान आने का न्योता दिया गया है. दरअसल, अक्तूबर महीने में पाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक होने जा रही है. इसी में भाग लेने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा है.

 

इस्लामाबाद से PM मोदी को भी निमंत्रण न्योता

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में अक्टूबर महीने में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शासनाध्यक्षों का शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इसमें भाग लेने के लिए पाकिस्तान ने पीएम मोदी को भी निमंत्रण भेजा है. पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि 15-16 अक्टूबर को होने वाले शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजे गए हैं.

 

भारत की तरफ से कौन करेगा अगुवाई ?

पाकिस्तानी प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने बताया है कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है. कुछ देशों ने पहले ही एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने की पुष्टि कर दी है. बलूच ने कहा है कि तय समय पर यह बताया जाएगा कि किस देश ने पुष्टि की है. हालांकि, भारत की ओर से अब तक खुलासा नहीं हुआ है कि सम्मेलन में भाग लेने कौन जाएगा.

 

SCO का क्या है महत्व

शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रिस्तरीय वार्ता और वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी. इसमें सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. आपको बता दें कि SCO भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान का एक प्रभावशाली आर्थिक व सुरक्षा समूह है.

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