9.68 करोड़ की साइबर ठगी के मामले में मास्टरमाइंड और नौकर गिरफ्तार, खाते सीज़ करवा 1.38 करोड़ किए रिकवर
सज्जन कुमार, पंचकूला:
9.68 करोड़ की साइबर ठगी के मामले में पंचकूला पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी मुश्ताक और जतिन दोनों पटियाला के रहने वाले है।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों के बैंक खाते सीज़ करवाकर 1.38 करोड़ की रिकवरी की है। मुश्ताक जतिन का नौकर है और उसके यहां पर काम करता है। पुलिस दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनका रिमांड हासिल करेगी।
नौकर के नाम पर खुलवाएं थे 10 बैंक खाते
डीसीपी पंचकूला हिमाद्रि कौशिक ने बताया कि 9.68 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में आरोपी जतिन ने बीएससी आईटी की पढ़ाई की है और उसके बाद उसने अपना बिजनेस शुरू किया था।
जतिन ने अपने नौकर मुश्ताक के नाम पर करीब 10 अलग-अलग बैंक खाते खुलवाए थे। उन खातों में 38 लाख रुपए ट्रांसफर करवाया था। इसके अलावा आरोपी ने दूसरे लोगों के बैंक खातों में भी पैसा ट्रांसफर किया था।
मुश्ताक के बैंक खाते में पहले भी करीब 9 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। पुलिस अब उन पैसों को लेकर भी आरोपी से पूछताछ करेगी।
विदेश भी किया गया पैसा ट्रांसफर
करोड़ों रुपये की ठगी के इस मामले में विदेशों में रहने वाले लोगों के बैंक खातों में भी पैसा ट्रांसफर किया गया है। अब पुलिस यह पता कर रही है कि विदेश में रहने वाले जिन लोगों के बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है वह वहां के रहने वाले हैं या फिर एनआरआई हैं। ताकि, पुलिस उसके आधार पर आगे की कार्रवाई कर सके।
ऐसे की गई ठगी
पंचकूला सेक्टर-7 के ललित सिंगला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी चंडीगढ़ के मनीमाजरा में ज्वैलरी की दुकान है। 13 दिसंबर 2023 को उन्हें एक लिंक मैसेज में आया और उसमें ट्रेडिंग से जुड़ी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा गया था।
पीड़ित ने लिंक पर क्लिक कर व्हाट्सएप ग्रुप में ज्वाइन कर लिया। ज्वाइन करने के करीब तीन महीने तक उसने ग्रुप में ट्रेडिंग को लेकर किए जा रहे काम के बारे में जाना। व्हाट्सएप ग्रुप में क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट के बारे में बताया जा रहा था।
6 मार्च 2024 को राहुल शर्मा नाम के व्यक्ति के कहने पर एक विदेशी इन्वेस्टर से पीड़ित ने बातचीत की और उसके बाद इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग बनाई। पीड़ित से केवाईसी के लिए सभी डॉक्यूमेंट्स मांगे और ट्रेडिंग के लिए खाता भी खुलवाया।
उसके बाद पीड़ित ने 16 अप्रैल 2024 से लेकर 27 जून 2024 तक कुल 18 अलग-अलग किस्तों में कुल 9.68 करोड़ रुपये निवेश किए। उसके बाद जुलाई के पहले हफ्ते में उन्होंने निवेश की गई पूरी राशि निकलवाने की बात कही तो आरोपियों ने उन्हें इसके लिए कुल राशि का 10 प्रतिशत बतौर टैक्स जमा करवाने को कहा।
इस पर पीड़ित को शक हुआ तो उन्होंने अपने जानकार व दोस्तों से इसके बारे में पूछा। तब जाकर धोखाधड़ी का पता चला और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
1930 पर करें कॉल
पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि साइबर ठग अलग अलग तरीके अपनाकर, किसी प्रकार का डर या लालच दिखाकर लोगो के साथ साइबर ठगी को अन्जाम देते है।
किसी से डरनें की जरुरत नही है और किसी भी लालच में ना आएं। इस बारे किसी प्रकार की कोई घटना या सदिग्ध बारे तुरन्त साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
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