फिर से चुनावी दंगल में उतरी कुमारी सैलजा, हुड्डा समर्थित उम्मीदवारों के लिए भी करेंगी प्रचार

हरियाणा के विधानसभा चुनाव के बीच प्रचार से कई दिन तक दूरी बनाकर रखने वाली कांग्रेस की सिरसा से लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतर चुकी है। 26 सितंबर से राहुल गांधी के साथ मंच सांझा करने के बाद कुमारी सैलजा अपने समर्थक प्रत्याशियों के अलावा भूपेंद्र हुड्डा समर्थित प्रत्याशियों के लिए भी बिना किसी संकोच के चुनावी प्रचार में उतर चुकी है।

Sep 27, 2024 - 11:58
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फिर से चुनावी दंगल में उतरी कुमारी सैलजा, हुड्डा समर्थित उम्मीदवारों के लिए भी करेंगी प्रचार
फिर से चुनावी दंगल में उतरी कुमारी सैलजा, हुड्डा समर्थित उम्मीदवारों के लिए भी करेंगी प्रचार
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:

हरियाणा के विधानसभा चुनाव के बीच प्रचार से कई दिन तक दूरी बनाकर रखने वाली कांग्रेस की सिरसा से लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतर चुकी है। 26 सितंबर से राहुल गांधी के साथ मंच सांझा करने के बाद कुमारी सैलजा अपने समर्थक प्रत्याशियों के अलावा भूपेंद्र हुड्डा समर्थित प्रत्याशियों के लिए भी बिना किसी संकोच के चुनावी प्रचार में उतर चुकी है। इसके उलट भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने चुनावी प्रचार के दौरान सैलजा समर्थित किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार नहीं किया था। 

हुड्डा केवल राहुल गांधी के असंध दौरे के दौरान सैलजा समर्थित प्रत्याशी शमशेर सिंह गोगी के पक्ष में आयोजित जनसभा में पहुंचे थे। अपने चुनावी प्रचार के दौरान कुमारी सैलजा आज यानि 27 सितंबर को फतेहाबाद विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार बलवान सिंह दौलतपुरिया के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने से कर चुकी है। 

इसके बाद कुमारी सैलजा कालांवाली विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार शीशपाल केहरवाला के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगी। कालांवाली के बाद दोपहर ढाई बजे वह वह डबवाली से कांग्रेस उम्मीदवार अमित सिहाग के समर्थन में गोरीवाला गांव में आयोजित जनसभा को भी संबोधित करेंगी। शाम करीब साढ़े 6 बजे वह सिरसा से पार्टी के उम्मीदवार गोकुल सेतिया के समर्थन में आयोजित जनसभा को भी संबोधित करेंगी। 

हालांकि भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा के अलावा रणदीप सुरजेवाला की ओर से कांग्रेस का बहुमत आने पर मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी-अपनी दावेदारी जताई गई है। इसके बावजूद हर नेता आखिरी फैसला हाई कमान पर छोड़ने की बात भी कह रहा है। ऐसे में देखना होगा कि हरियाणा के इस चुनावी दंगल में बहुमत हासिल होने के बाद पार्टी हाई कमान की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए किस नेता के नाम पर मुहर लगाई जाती है?

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