श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर कीर्तन का आयोजन, कार्यक्रम में पंजाब के CM हुए शामिल
श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित नगर कीर्तन की शुरुआत श्रीनगर से हो गई है। बता दें कि कल 20 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब जी के चरणगंगा स्टेडियम में पंजाब का अब तक का सबसे बड़ा लाइट एंड साउंड शो आयोजित किया जाएगा।
श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित नगर कीर्तन की शुरुआत श्रीनगर से हो गई है। इस अवसर पर आयोजित समागम में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत कई लोग शामिल हुए। नगर कीर्तन का उद्देश्य गुरु साहिब जी की शिक्षाओं और बलिदान के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है।
श्रीनगर से श्री आनंदपुर साहिब तक यात्रा
यह नगर कीर्तन 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब जी पहुंचेगा। यात्रा के दौरान पंजाब के विभिन्न जिलों में इसका भव्य स्वागत किया जाएगा। हर जिले के डीसी और एसएसपी स्वागत के लिए मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान मंगलवार को श्रीनगर पहुंच गए थे, जहां उन्होंने कीर्तन दरबार में हिस्सा लिया।
पठानकोट में होगा भव्य स्वागत
नगर कीर्तन श्रीनगर से पठानकोट, होशियारपुर होते हुए श्री आनंदपुर साहिब जी में संपन्न होगा। पंजाब प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पंजाब में आगमन के समय संगत का भव्य स्वागत किया जाएगा। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भोजन, जल सेवा, और चिकित्सा सहायता की विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।
20 नवंबर को पंजाब होगा लाइट एंड साउंड शो
इस ऐतिहासिक अवसर पर 20 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब जी के चरणगंगा स्टेडियम में पंजाब का अब तक का सबसे बड़ा लाइट एंड साउंड शो आयोजित किया जाएगा। शाम पांच बजे शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, बलिदान और उपदेशों को आधुनिक तकनीक के जरिए प्रस्तुत किया जाएगा।
सरकार की ओर से विशेष बस सेवा
कार्यक्रम में अधिकतम लोगों की भागीदारी के लिए पंजाब सरकार ने विशेष बसों की व्यवस्था की है। शिक्षा मंत्री और श्री आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि हर गांव से दोपहर दो बजे बसें पहुंचेंगी और साढ़े तीन बजे संगत को लेकर स्टेडियम के लिए रवाना होंगी। उन्होंने गांवों के सरपंचों और गुरुद्वारा कमेटियों से अनुरोध किया कि शो में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो।
गुरु साहिब की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना
आयोजकों का कहना है कि यह नगर कीर्तन केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, बलिदान और मानवीय मूल्यों का संदेश देने वाला कार्यक्रम है। पंजाब सरकार और स्थानीय समितियों ने इसे ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए व्यापक तैयारी की है।
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