पड़ोसी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पंजाब पुलिस ने नशा और शराब तस्करों पर कसा शिकंजा 

विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (SSP) को ‘ऑपरेशन सील-8’ के तहत प्रभावी नाकाबंदी को सुनिश्चित करने के लिए सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया गया था।

Sep 11, 2024 - 08:09
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पड़ोसी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पंजाब पुलिस ने नशा और शराब तस्करों पर कसा शिकंजा 
पड़ोसी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पंजाब पुलिस ने नशा और शराब तस्करों पर कसा शिकंजा

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुसार पंजाब को एक सुरक्षित राज्य बनाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे अभियान के तहत, पंजाब पुलिस ने एक विशेष ऑपरेशन ‘ऑपरेशन सील-8’ चलाया। इस ऑपरेशन का उद्देश्य सीमावर्ती राज्य पंजाब में प्रवेश करने या बाहर जाने वाले सभी वाहनों की जांच करके नशा और शराब तस्करी पर नकेल कसने के साथ-साथ हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गैंगस्टरों और समाज विरोधी तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखना भी था। यह ऑपरेशन पुलिस महानिदेशक (DGP) पंजाब गौरव यादव के निर्देशानुसार समकालिक तरीके से चलाया गया।

विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (SSP) को ‘ऑपरेशन सील-8’ के तहत प्रभावी नाकाबंदी को सुनिश्चित करने के लिए सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया गया था। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती जिलों के सभी एसएसपी को संबंधित जिलों के रणनीतिक स्थानों पर संयुक्त नाका ऑपरेशन चलाने और राजपत्रित अधिकारियों/एस. एच. ओज. की निगरानी में सीलिंग प्वाइंट्स पर मजबूत नाके लगाने के लिए अधिकतम पुलिस बल जुटाने के निर्देश दिए गए थे। 

उन्होंने बताया कि 10 जिलों के लगभग 92 एंट्री/एग्जिट पॉइंट्स, जो चार पड़ोसी राज्यों और यूटी चंडीगढ़ के साथ सीमाएँ साझा करते हैं, पर इंस्पेक्टरों/डीएसपी की निगरानी में 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीम ने समन्वित रूप से मजबूत नाके स्थापित किए। इन 10 अंतरराज्यीय सीमावर्ती जिलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान संदिग्ध वाहनों/व्यक्तियों की बारीकी से तलाशी ली गई और आम लोगों को न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित की गई। 

इसके अलावा, पुलिस टीमों ने ‘वाहन’ मोबाइल ऐप का उपयोग करके वाहनों के पंजीकरण नंबरों की भी पुष्टि की। उन्होंने आगे बताया कि सभी पुलिसकर्मियों को इस ऑपरेशन के दौरान आने-जाने वाले सभी व्यक्तियों के साथ,उनके वाहनों की जांच करते समय शालीनता से पेश आने के सख्त निर्देश दिए गए थे। विशेष डीजीपी ने बताया कि राज्य में आने/जाने वाले 4245 वाहनों की जांच की गई, जिनमें से 293 का चालान किया गया और 16 को जब्त किया गया। पुलिस ने 27 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर 26 एफआईआर भी दर्ज की हैं। 

इसके अलावा, पुलिस टीमों ने 401 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस ऑपरेशन के दौरान, पुलिस टीमों ने 1.1 किलोग्राम अफीम, 29 किलोग्राम भुक्की, 42 किलोग्राम नशीला पाउडर, 1070 नशीली कैप्सूल/गोलियां और बड़ी मात्रा में अवैध और वैध शराब भी बरामद की। उल्लेखनीय है कि इस तरह के ऑपरेशन क्षेत्रीय स्तर पर पुलिस की उपस्थिति को दर्शाने के अलावा, समाज विरोधी तत्वों में डर पैदा करने और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने में मदद करते हैं।

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