हिमाचल प्रदेश: दिव्यांग प्रधानाचार्य लोकसभा चुनाव के लिए बनीं ऊना के युवाओं की आदर्श

हिमाचल प्रदेश में ऊना प्रशासन ने सोमवार को मतदान के अधिकार के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक विद्यालय की दिव्यांग प्रधानाचार्य को लोकसभा चुनाव के लिए जिले में युवाओं की आदर्श नियुक्त किया।

अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि देहलान में स्थित आश्रय विद्यालय की प्रधानाचार्य अमरजीत कौर को ‘व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी’ (एसवीईईपी) के तहत मतदान अधिकार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए चुना गया है। पोलियोग्रस्त अमरजीत कौर चल नहीं पातीं।

अधिकारियों ने बताया कि अमरजीत कौर दिव्यांग मतदाताओं को उनके मतदान अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए काम कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि वह दिव्यांग व्यक्तियों से बात कर उन्हें घर से मतदान करने के विकल्प और मतदान केंद्रों पर उपलब्ध व्हीलचेयर या रैंप जैसी विभिन्न सुविधाओं का लाभ लेते हुए मतदान करने के बारे में जागरूक कर रही हैं।

अमरजीत कौर स्वयं सहायता समूहों, ‘महिला मंडलों’ और ‘युवा मंडलों’ के बीच और सोशल मीडिया के माध्यम से मतदान सुविधाओं के बारे में लोगों को जागरूक कर रही हैं। उन्होंने लोगों से अपने मताधिकार का उपयोग करने की अपील की है।

देहलान की रहने वाली अमरजीत कौर समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर हैं और उन्होंने बीएड की डिग्री ली है।