चंडीगढ़ लिटरेरी सोसाइटी ने 'रिमझिम सावन' कार्यक्रम का किया आयोजन
चंडीगढ़ लिटरेरी सोसाइटी (CLS) ने हरियाणा पंचायत भवन में "रिमझिम सावन" शीर्षक से कविता पाठ सत्र का आयोजन किया। बौद्धिक रूप से समृद्ध इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएलएस की अध्यक्ष डॉ. सुमिता मिश्रा ने की। डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि मानसून की शांत सुंदरता हमारे आस-पास के वातावरण को चमकीले रंगों और सुखदायक लय के कैनवास में बदल देती है, जो प्रकृति के अपने काव्य रूप को प्रस्तुत करती है।
सावन की बारिश धरती को पोषित करती है, यह कवियों और लेखकों के लिए प्रेरणा का एक गहन स्रोत प्रदान करती है। हम एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए रोमांचित हैं, जिसमें ट्राइसिटी के कई प्रतिष्ठित लेखक इस मौसम की सुंदरता से प्रेरित होकर अपनी मौलिक कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए एकत्रित होंगे, जो बारिश की क्षणभंगुर सुंदरता को स्थायी साहित्यिक कला में बदल देगी।
शाम को डॉ. सोनिका सेठी, डॉ. सुनैना जैन, डॉ. देवियानी सिंह, अफ्फान येसवी, डॉ. मनजीत कौर, शैली विज, नीलम नारंग, डॉ. निर्मल सूद, राजिंदर सराओ, अश्विनी कुमार, डॉ. रोमिका वढेरा, डॉ. सुनीत मदान, धीरजा शर्मा, स्टैफी भटेजा, प्रो. गुरदीप गुल धीर, महक वरुण, परमिंदर सोनी, अर्पणा गुप्ता, हरप्रीत कौर और रेखा वर्मा सहित कई प्रतिष्ठित लेखकों ने यादगार कविता पाठ प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का संचालन रेखा मित्तल और अनुरानी शर्मा ने किया, जिन्होंने अपनी कविताएँ भी प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम में भाषाई विविधता को अपनाया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी और उर्दू में प्रस्तुति दी, जिससे भाषाओं का सामंजस्यपूर्ण संगम बना। "रिमझिम सावन" की थीम पर उनकी भावपूर्ण रचनाओं को व्यापक प्रशंसा मिली।
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