अहमद पटेल के बेटे की पोस्ट हुई Viral, कही "Congress" तोड़ने की बात
कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल अहमद पटेल की सोशल मीडिया पोस्ट ने पार्टी के भीतर हलचल मचा दी है। फैसल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वे कांग्रेस पार्टी से अलग होकर एक नया ग्रुप बनाने की सोच रहे हैं, जिसका नाम “कांग्रेस (AP)” होगा।
कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल अहमद पटेल की सोशल मीडिया पोस्ट ने पार्टी के भीतर हलचल मचा दी है। फैसल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वे कांग्रेस पार्टी से अलग होकर एक नया ग्रुप बनाने की सोच रहे हैं, जिसका नाम “कांग्रेस (AP)” होगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी बहन मुमताज पटेल भी इस ग्रुप में शामिल हो सकती हैं। फैसल की पोस्ट के वायरल होते ही कांग्रेस के भीतर और बाहर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई। उन्होंने लिखा कि “मैं कांग्रेस पार्टी को तोड़कर एक नया ग्रुप बनाना चाहता हूं, जिसका नाम कांग्रेस (AP) होगा। मेरी बहन मुमताज भी इस पहल में मेरे साथ जुड़ सकती हैं।” हालांकि पोस्ट कुछ समय बाद हटा दी गई, लेकिन तब तक उसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो चुका था।
बहन मुमताज पटेल ने दी सफाई
भाई के इस बयान के तुरंत बाद मुमताज पटेल ने एक्स पर प्रतिक्रिया दी और खुद को फैसल की सोच से पूरी तरह अलग बताया।उन्होंने लिखा “मैं साफ करना चाहती हूं कि मेरे किसी नई राजनीतिक पार्टी में शामिल होने या किसी नए ग्रुप का हिस्सा बनने का कोई इरादा नहीं है। मेरे भाई के विचार और फैसले पूरी तरह से उनके अपने हैं। कृपया मुझे इससे न जोड़ें, धन्यवाद।” उनकी इस पोस्ट के बाद यह साफ हो गया कि अहमद पटेल परिवार के भीतर कांग्रेस को लेकर मतभेद गहराते नजर आ रहे हैं।
सोनिया गांधी के रहे हैं राजनीतिक सलाहकार
अहमद पटेल गांधी परिवार के सबसे भरोसेमंद नेताओं में से एक थे। उन्होंने दशकों तक पार्टी में अहम रणनीतिक भूमिका निभाई और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे। उनके निधन के बाद उनके बेटे फैसल और बेटी मुमताज दोनों कांग्रेस से जुड़े रहे, लेकिन अब फैसल के इस बयान ने पार्टी और परिवार दोनों के अंदर नई राजनीतिक दरार के संकेत दे दिए हैं।
कांग्रेस की कर्नाटक अंदरूनी कलह
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब कांग्रेस पहले से ही कर्नाटक में अंदरूनी कलह और बिहार में चुनावी हार से जूझ रही है। अब अहमद पटेल परिवार से जुड़े इस घटनाक्रम ने हाईकमान की परेशानी और बढ़ा दी है। ऐसे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उप मुख्यमंत्री शिवकुमार के साथ ब्रेकफास्ट मीटिंग पर बोले कि “हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है”।
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