हो गई सर्दी की विदाई ! फरवरी महीने में बने सूखे के आसार !
आमतौर पर जनवरी और फरवरी बारिश के लिए सबसे अच्छे महीने माने जाते हैं, लेकिन इस बार इन्हीं महीनों में हरियाणा का मौसम एकदम से बदल गया है।

चंद्रशेखर धरणी: आमतौर पर जनवरी और फरवरी बारिश के लिए सबसे अच्छे महीने माने जाते हैं, लेकिन इस बार इन्हीं महीनों में हरियाणा का मौसम एकदम से बदल गया है। इस बार जहां जनवरी की विदाई कम बारिश के साथ हुई। वहीं, फरवरी में भी फिलहाल बारिश की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। बारिश की कमी के चलते वातावरण और फसलों पर भी इसका असर दिखाई देने लगा है।
कमी को पूरा करना मुश्किल
मौसम विभाग का कहना है कि अब यदि वर्षा होती भी है तो कमी को पूरा करना मुश्किल है, क्योंकि इस महीने में भी अब तक कोई ज्यादा संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं। महीने के पहले पखवाड़े में कोई खास वर्षा नहीं होगी और शुष्क मौसम लंबे समय तक बना रह सकता है।
गेहूं की फसल के लिए खतरा
गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए औसत तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण बारिश में काफी कमी देखी गई है। यदि तापमान में इसी प्रकार से लगातार बढ़ोतरी होती रही तो गेहूं की फसल पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। इससे गेहूं के उत्पादन में गिरावट भी दर्ज हो सकती है। सर्दियों का कम होना और जनवरी महीने में तापमान में होने वाली बढ़ोतरी को लेकर गेहं वैज्ञानिक भी चिंतित है। फिलहाल बारिश की कमी के चलते जानकार किसानों को दिन के समय में भी फसलों को पानी देने की सलाह दे रहे हैं।
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