संसद हमले की आज 23वीं बरसी, PM मोदी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
इस हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति को और अधिक सख्त किया और दुनिया भर में आतंकवादियों के खिलाफ वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले की 23वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 13 दिसंबर 2001 को हुए इस हमले में भारतीय संसद के परिसर में घुसे पांच आतंकवादियों को भारतीय सुरक्षाबलों ने मार गिराया था, लेकिन इस दौरान पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मियों की जान भी चली गई थी।
पीएम मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक संदेश साझा करते हुए कहा, "आज हम उस दिन को याद करते हैं जब हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों और पुलिस अधिकारियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर भारतीय संसद की रक्षा की थी। हम शहीदों के बलिदान को नमन करते हैं और उनके परिवारों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं। उनकी वीरता और समर्पण को हम हमेशा याद रखेंगे।"
इस हमले में दिल्ली पुलिस के पांच कर्मी, सीआरपीएफ के एक जवान और संसद भवन के सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। हमले को लेकर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया गया था। उस समय संसद सत्र चल रहा था, और यदि सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता नहीं दिखाई होती तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।
आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया, खासकर संसद भवन और अन्य सरकारी इमारतों की सुरक्षा में सुधार किए गए। इसके अतिरिक्त, देश में आतंकवाद से निपटने के लिए कड़े कानून भी बनाए गए।
आज के दिन को याद करते हुए, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित तमाम नेताओं ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। संसद भवन में आयोजित एक शोक सभा में विभिन्न नेताओं ने भी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति को और अधिक सख्त किया और दुनिया भर में आतंकवादियों के खिलाफ वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दिया। 23 साल बाद भी यह दिन भारतीयों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ गया है।
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