चंडीगढ़ क्लब के बाहर बम फेंकने के आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार, जानें कैसे मिला सुराग

आरोपियों में से एक की पहचान हिसार के खरड़ गांव निवासी अजीत और दूसरे की देवा गांव निवासी विनय के रूप में हुई है। अजीत पर पहले भी आर्म्स एक्ट के केस दर्ज है।

Nov 30, 2024 - 15:02
Nov 30, 2024 - 15:03
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चंडीगढ़ क्लब के बाहर बम फेंकने के आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार, जानें कैसे मिला सुराग
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सज्जन कुमार, चंडीगढ़ : स्मार्ट सिटी के दो नाइट क्लब के बाहर बम फेंकने के मामले में हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स और चंडीगढ़ पुलिस ने दो आरोपियों को हरियाणा के हिसार में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और आरोपियों के बीच हुई फायरिंग में आरोपियों के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपियों में से एक की पहचान हिसार के खरड़ गांव निवासी अजीत और दूसरे की देवा गांव निवासी विनय के रूप में हुई है। अजीत पर पहले भी आर्म्स एक्ट के केस दर्ज है।

ऐसे मिला सुराग

बम फेंकने की घटना के बाद से ही चंडीगढ़ पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों की धरपकड़ में जुटी थी। पुलिस ने चंडीगढ़ और बरवाला के बीच करीब 500 सीसीटीवी फुटेज खंगाली। पुलिस ने बाडो पट्टी टोल पर सीसीटीवी चेक किए, तो आरोपी बस से उतरते दिखे। पुलिस को सीसीटीवी में सोनू की बाइक भी दिखी। बाइक के नंबर से पुलिस सोनू तक पहुंची। सोनू ने पुलिस को दोनों आरोपियों के बारे में बताया। बता दें कि सोनू ने ही दोनों को अपनी बाइक पर लिफ्ट देकर उनके गांव में पहुंचाया था। चंडीगढ़ पुलिस ने इस बारे में हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स के साथ इस बारे में बातचीत की और आरोपियों के फोटो भी भेजे। इसके बाद हरियाणा की एसटीएफ और चंडीगढ़ पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए हिसार के साउथ बाइपास पर पीरावाली गांव के पास पहुंची तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इसके जवाब में पुलिस टीम को भी फायरिंग करनी पड़ी। 

दो पुलिस कर्मियों को भी लगी गोली

दोनों आरोपियों के पास ऑटोमेटिक पिस्टल थी। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने 6 से 7 राउंड फायरिंग की। इस दौरान 2 पुलिसवालों को गोलियां लगीं, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट होने की वजह से वो बच गए। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस फायरिंग में आरोपी विनय और आरोपी अजीत के पैर पर पुलिस की गोली लगी, जिसके बाद दोनों घायल आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया और हिसार सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। 

यह था मामला

बता दें कि 26 नवंबर 2024 की सुबह तीन बजे के करीब दो नाइट क्लबों के बाहर विस्फोटक फेंका गया था, जिसके बाद जोरदार ब्लास्ट हुआ। इसके चलते डि ओरा क्लब के शीशे टूट गए थे। गनीमत रही थी कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। सेविले बार एंड लाउंज और डी ओरा क्लब के बाहर हुए धमाके की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली थी। एक फेसबुक पोस्ट के जरिए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने अपने आप को और लॉरेंस गैंग को टैग करते हुए लिखा कि क्लब के मालिकों ने प्रोटेक्शन मनी नहीं दी, जिसके चलते उन्होंने धमाके किए हैं।

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