प्रदूषण को लेकर दिल्ली में दिखी सख्ती, GRAP-III में और भी कड़े होंगे नियम....
दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए CAQM ने GRAP में बड़ा बदलाव किया है। पहले जहाँ इसमें 4 स्टेज होती थीं, अब इन्हें घटाकर केवल 3 स्टेज कर दिया गया है।
Delhi Air Pollution : दिल्ली एनसीआर और आसपास के इलाकों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने शनिवार को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP में बड़े बदलाव किए हैं और नियंत्रण उपायों को पहले से भी ज्यादा सख्त कर दिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की एयर क्वालिटी लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
GRAP दरअसल, पूरे एनसीआर के लिए एक ऐसी आपातकालीन व्यवस्था है, जो दिल्ली के मौसम पूर्वानुमान और औसत दैनिक AQI के आधार पर तय करती है कि किस स्थिति में कौन-सी एजेंसी क्या कदम उठाएगी। वर्षों के अनुभव, वैज्ञानिक शोध, विशेषज्ञों की सलाह और विभिन्न विभागों के इनपुट के आधार पर इस सिस्टम को तैयार किया गया है ताकि खराब हवा में सभी विभाग एकजुट होकर तुरंत कार्रवाई कर सकें।
GRAP में क्या बदला?
CAQM ने GRAP की संरचना में बड़ा बदलाव करते हुए पहले वाले 4 स्तरों की जगह अब सिर्फ 3 स्तर रखे हैं - स्टेज 1, स्टेज 2 और स्टेज 3। पुराने ढांचे का स्टेज 4 पूरी तरह हटा दिया गया है। इसका मतलब यह है कि पहले स्टेज 4 में लागू होने वाले सभी कड़े कदम अब स्टेज III (AQI 401–450) में ही लागू होंगे।
नए नियमों के अनुसार, स्टेज-II में शामिल कई प्रावधान अब स्टेज-I का हिस्सा बन गए हैं। इनमें शामिल हैं:
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बिना किसी बाधा के बिजली आपूर्ति ताकि डीजल जनरेटर के इस्तेमाल की जरूरत न पड़े।
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जाम वाले इलाकों में अतिरिक्त ट्रैफिक स्टाफ तैनात कर भीड़ कम करना।
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टीवी, रेडियो और अखबारों के माध्यम से प्रदूषण संबंधी अलर्ट जारी करना।
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पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करना—जैसे CNG/इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाना, मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ाना और ऑफ-पीक टाइम में अलग किराया लागू करना।
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इसी तरह, जो कदम पहले स्टेज-III में लागू होते थे, अब उन्हें नीचे लाकर स्टेज-II में शामिल कर दिया गया है। इनमें शामिल हैं:
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दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर के सरकारी और नगर निगम कार्यालयों में स्टैगर्ड टाइमिंग लागू करना।
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एनसीआर के अन्य जिलों को भी यही मॉडल अपनाने की सलाह।
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केंद्र सरकार द्वारा अपने कार्यालयों में समय बदलने पर विचार।
चूँकि दिल्ली की हवा अभी भी बहुत खराब श्रेणी में है, इसलिए CAQM ने कुछ ऐसे उपाय भी लागू करने को कहा है, जो पहले केवल स्टेज-IV (‘Severe’) में लागू होते थे और अब उन्हें सीधे स्टेज-III का हिस्सा बना दिया गया है।
दिल्ली सरकार बांटेगी 10,000 इलेक्ट्रिक हीटर
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोयला और लकड़ी का जलना प्रदूषण के प्रमुख कारणों में से एक है। इसे रोकने के लिए शहर भर की RWA को 10,000 इलेक्ट्रिक हीटर वितरित करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे लकड़ी जलाने से बचें और स्वच्छ हवा बनाए रखने में सहयोग दें।
उन्होंने यह भी बताया कि हर RWA को इस अभियान से जोड़ा जाएगा और जो सोसाइटी अच्छा काम करेगी, उसे सम्मानित भी किया जाएगा। उनका कहना है कि प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में हर नागरिक का योगदान जरूरी है।
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