रूस पढ़ने गया था लुधियाना का समरजीत, रूस ने सेना में भर्ती कर युद्ध में धकेला
समरजीत के पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार से अपील की है कि उनके बेटे को वतन वापस लाया जाए
लगभग दो महीने पहले पढ़ाई और नौकरी करने रूस गए लुधियाना के 21 वर्षीय नौजवान समरजीत सिंह अब युद्ध के मैदान में फंस गया है। परिवार का आरोप है कि बेटे को झूठे बहाने से रूसी सेना में भर्ती कर मोर्चे पर भेज दिया गया है।
समरजीत के पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार से अपील की है कि उनके बेटे को वतन वापस लाया जाए, परिवार के मुताबिक समरजीत ने 15 दिन पहले फोन कर बताया था कि उसे डॉक्टर के सहायक के रूप में रूसी सेना में काम करना होगा और उसने हमें वीडियो कॉल पर यूनिफॉर्म पहने दिखाया।
मैंने तुरंत उसे टोका और पढ़ाई पर ध्यान देने या घर लौट आने को कहा, पर उसने हमें आश्वस्त किया कि घबराने की बात नहीं है। सरबजीत के पिता चरनजीत सिंह का पिछले एक हफ्ते उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया है और उसका भी फोन भी लगातार बंद आ रहा है।
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