राज्यसभा की कार्यवाही 2 दिसंबर तक के लिए स्थगित, सभापति ने विपक्षी सांसदों की नारेबाजी पर व्यक्त की नाराजगी
सदन की कार्यवाही के स्थगित होने के बाद यह घोषणा की गई कि राज्यसभा की अगली कार्यवाही सोमवार, 2 दिसंबर को सुबह 11 बजे शुरू होगी।
आज राज्यसभा की कार्यवाही विपक्षी सांसदों की लगातार नारेबाजी के कारण दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सभापति जगदीप धनखड़ ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यवाही की सराहना नहीं की जा सकती और इससे लोकतंत्र की गरिमा को ठेस पहुंचती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय हम एक बहुत खराब मिसाल कायम कर रहे हैं और हमारे कार्य जन-केंद्रित नहीं हैं, जिससे हम अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।
विपक्षी सांसदों द्वारा लगातार हंगामा किए जाने के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हो गई। सांसदों ने सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही कई बार रुक गई। इस पर सभापति ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि संसद में इस प्रकार का व्यवहार लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए नकारात्मक संकेत है।
राज्यसभा की अगली कार्यवाही सोमवार को
सदन की कार्यवाही के स्थगित होने के बाद यह घोषणा की गई कि राज्यसभा की अगली कार्यवाही सोमवार, 2 दिसंबर को सुबह 11 बजे शुरू होगी। इस दौरान सभी सांसदों से अपेक्षाएँ जताई गई हैं कि वे सदन में नियमों का पालन करते हुए अपनी बातें रखें, ताकि लोकतंत्र की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
राज्यसभा के सभापति ने यह भी कहा कि इस समय समाज के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, और विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका जरूर मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा तरीका अपनाया जाना चाहिए जिससे कार्यवाही बाधित न हो और देश के विकास से जुड़े मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हो सके।
विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया
विपक्षी नेताओं ने राज्यसभा की कार्यवाही में व्यवधान डालने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनकी बातों को अनसुना किया है, जिससे वे मजबूरन हंगामा करने के लिए अभिशप्त हो गए हैं। उनका कहना था कि सरकार को उन मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा करनी चाहिए, जिन पर विपक्ष सवाल उठा रहा है।
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