गीता महोत्सव में राजस्थान की हस्तनिर्मित कशीदाकारी ने पर्यटकों का किया ध्यान आकर्षित
राजस्थान बामडेर की प्रदर्शनी मे विक्रय करने के लिए प्रदर्शित किए गए हस्तनिर्मित व बुनकर के माध्यम से तैयार किए गए कसीदाकारी घरेलु उत्पादों की गीता महोत्सव मे आएं लोगों ने खूब प्रशंसा की। इस राजस्थानी स्टॉल पर रखी गई वस्तुएं राजस्थानी संस्कृति एवं कला की झलक प्रदर्शित करती है।
एमएच वन ब्यूरो, चंडीगढ़ : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मे लगी स्वयं सहायता समूह राजस्थान बाडमेर प्रदर्शनी पर्यटकों की मुख्य पसंद साबित हो रही है। यहां प्रदर्शित किए गए राजस्थान कारीगरी के हस्तनिर्मित कसीदाकारी उत्पाद लोगों को बडे ही पसंद आ रहे है, इनकी लोगों द्वारा जमकर तारीफ की जा रही है। राजस्थान बामडेर की प्रदर्शनी मे विक्रय करने के लिए प्रदर्शित किए गए हस्तनिर्मित व बुनकर के माध्यम से तैयार किए गए कसीदाकारी घरेलु उत्पादों की गीता महोत्सव मे आएं लोगों ने खूब प्रशंसा की। इस राजस्थानी स्टॉल पर रखी गई वस्तुएं राजस्थानी संस्कृति एवं कला की झलक प्रदर्शित करती है।
गीता महोत्सव मे अपने परिवार के साथ आई बिमला देवी ने बताया कि उन्होंने पीछले वर्ष के गीता महोत्सव मे यहा से हस्त निर्मित कोशन कवर लिए थे जोकि आज बेहद मजबूत एवं नए जैसे है। इस दौरान उन्होंने कारीगरों द्वारा हाथों से की गई कढाई व सजावट की खूब प्रशंसा भी की। स्वयं सहायता समूह राजस्थान बाडमेर की लगी स्टॉल से अमोलक जोगेश ने बताया कि वह पीछले कई वर्षों से देश के कई शहरों मे आयोजित प्रदर्शनी या महोत्सवों मे राजस्थान के बढियां कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित कसीदाकारी आईटमों को कम दामों मे अच्छी क्वालिटी के उत्पाद दिए जाते है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी मे राजस्थान के बेस्ट कारीगरों द्वारा हाथों से बनाए गए हाथी व घोडे की आकृति वाले वॉल पीस, बैग, डाइनिंग टेबल रनर, बैड की चादर, हैंड पर्श, जैकेट, कोशन कवर, पायदान इत्यादि 50 से अधिक किस्म के आइटम रखें गए है।
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