पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन हादसा: आग की अफवाह के बाद मची भगदड़, 6 की मौत, 40 घायल
बिहार के छपरा में पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में हुए दर्दनाक हादसे में 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30-40 लोग घायल हुए हैं।
बिहार के छपरा में पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में हुए दर्दनाक हादसे में 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30-40 लोग घायल हुए हैं। यह हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैली और लोग घबराहट में चलती ट्रेन से कूदने लगे। अभी तक रेलवे द्वारा मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन आशंका है कि यह संख्या और बढ़ सकती है।
आग की अफवाह से मची भगदड़
यह घटना तब घटी जब पुष्पक एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे यात्रियों में आग लगने की अफवाह फैली। घबराए लोग अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदने लगे। हालांकि, आग की घटना की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और स्थानीय प्रशासन द्वारा घटनास्थल पर जांच की जा रही है।
दूसरी ट्रेन की चपेट में आए यात्री
दुर्भाग्यवश, पुष्पक एक्सप्रेस से कूदने वाले यात्री दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अधिकांश घायलों की स्थिति गंभीर है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
रेलवे प्रशासन ने क्या कहा ?
रेलवे अधिकारियों ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे सुरक्षा आयुक्त घटना की जांच करेंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि हादसे के पीछे क्या कारण था। साथ ही, रेलवे ने पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई है। एंबुलेंस और मेडिकल टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और घायलों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गई। इसके अलावा, प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम बनाए रखें।
यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने ट्रेन यात्राओं में सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन की खामियों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आग जैसी अफवाहों को रोकने और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बेहतर जागरूकता और तकनीकी समाधान की आवश्यकता है।
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