राजनीतिक दिग्गजों ने दी ओपी चौटाला को श्रद्धांजलि, BJP के जेपी नड्डा, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और CM सैनी भी पहुंचे
ओपी चौटाला की शोक सभा में इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने शोक संदेश पढ़ा। अभय चौटाला ने कहा कि यहां देश-विदेश से चौटाला साहब को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग आए हैं।
चंद्रशेखर धरणी: सिरसा के तेजाखेड़ा गांव स्थित चौधरी साहब राम स्टेडियम में मंगलवार को चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की श्रद्धांजलि आयोजित हुई। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे।
इस दौरान ओपी चौटाला की शोक सभा में इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने शोक संदेश पढ़ा। अभय चौटाला ने कहा कि यहां देश-विदेश से चौटाला साहब को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग आए हैं। दुनिया का सबसे बड़ा दुख तब होता है, जब सिर से पिता का हाथ उठ जाता है। अभय चौटाला ने कहा कि वो ताकतवर हाथ था, जिसने मुझे बचपन से उंगली पकड़कर चलना सिखाया, सीना तानकर चलना सिखाया, जितना दुख मुझे हो रहा है उसे मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता। उनके जाने से जो परिवार और राजनीतिक शून्य पैदा हुआ है उसे मैं बयान नहीं कर सकता।
अभय चौटाला ने कहा कि आज 21 साल बाद मेरा कान खींचने वाले चला गया। उन्होंने कहा कि आम आदमी के हितों के प्रति उनकी चिंता पार्टी के प्रति उनका प्रण किसी से छुपा नहीं है। अपने आखिरी समय तक वो लोगों की चिंता करते रहे। जरा सा स्वास्थ्य में सुधार होता था तो चौटाला साहब या कार्यकर्ता के सुख-दुख में शामिल होते थे। वह अपनी कामयाबी का श्रेय अपने कार्यकर्ताओं को देता था।
अभय चौटाला ने कहा कि अपने उसूलों से पिता और दादा ने समझौता नहीं किया। अपनी जिंदगी के आखिरी दशक में भी हजारों कार्यकर्ताओं के परिवारों को नौकरी देने का काम किया। 10 साल कार्यकर्ताओं के मान सम्मान के लिए जेल काटी और जब भी जेल से छुट्टी पर आते गांव देहात में कार्यकर्ताओं से मिलते। कार्यकर्ताओं की हमेशा हौंसला अफजाही की। उन्होंने कहा कि मैंने एक बेटे का फर्ज का निभाया, एक भाई का फर्ज निभाया, एक पिता का फर्ज निभाया। मैं वादा करता हूं जो पिता को वचन दिया था उसे ताउम्र निभाऊंगा। मैं लाखों कार्यकर्ताओं से इतना ही कहूंगा। सुख-दुख हमारे जीवन का हिसा है। हम चौटाला साहब को वापस तो नहीं ला सकता, लेकिन उनके सपनों को साकार करेंगे।
परिवार एक हो, यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि
चौटाला गांव में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में किसान नेता राकेश टिकैत ने चौटाला परिवार की एकजुटता और स्वर्गीय ओम प्रकाश चौटाला की विचारधारा को बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चौटाला परिवार से हमारी पांच पीढ़ियों का संबंध रहा है। देवीलाल से लेकर आज की पीढ़ी तक की राजनीति देखी है। चौटाला साहब की विचारधारा हमेशा जनसेवा और ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी रही। वे चंडीगढ़ जाने के बजाय गांव के बीच से निकलना पसंद करते थे। टिकैत ने कहा कि आज की पीढ़ी को चौटाला साहब की विचारधारा को बनाए रखना चाहिए, क्योंकि ऐसे विचार दुर्लभ होते जा रहे हैं। उन्होंने परिवार में एकता पर जोर देते हुए कहा कि परिवार बंटेगा तो देश और प्रदेश को नुकसान होगा। हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि परिवार एकजुट रहे।
राज्यपाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम ने दी श्रद्धांजलि
इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय समेत पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल समेत कई अन्य नेताओं ने स्वर्गीय ओम प्रकाश चौटाला जी को श्रद्धांजलि दी।
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