किसानों का दिल्ली कूच रोकने वाले पुलिस कर्मियों को मिलेगा वीरता पुरस्कार, DGP ने की सिफारिश
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:
किसानों के दिल्ली कूच को रोकने वाले हरियाणा पुलिस के अधिकारियों को वीरता पुरस्कार दिए जाने की सिफारिश की गई है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने 6 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक दिए जाने की सिफारिश की है, जिसमें तीन आईपीएस अधिकारी और तीन हरियाणा पुलिस सेवा के अधिकारी शामिल हैं।
हरियाणा सरकार को भेजी सिफारिश में डीजीपी की ओर से कहा है कि इन्होंने किसानों को दिल्ली कूच से रोकने में अभूतपूर्व ड्यूटी का निर्वहन किया है। ऐसे में इन्हें वीरता पदक से सम्मानित करने का आग्रह किया गया है।
किसानों का दिल्ली चलो आंदोलन
बता दें की संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी सहित कई मागों को लेकर ट्रैक्टर मार्च की घोषणा की थी।
इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली चलो आंदोलन शुरू किया था। फरवरी 2024 में हरियाणा सरकार ने अंबाला और जींद में शंभू और खनौरी सीमाओं पर बैरिकेड्स लगाए थे। किसान 13 फरवरी से ही पंजाब की ओर दो सीमा बिंदुओं पर डेरा जमाए हुए हैं।
खनौरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण की मौत
किसानों ने 12 फरवरी 2024 से ही सीमाओं पर आंदोलन शुरू कर दिया था। सरकार का दावा है कि 13 फरवरी को शंभू सीमा पर लगभग 15000 किसान एकजुट हुए थे।
उस समय पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने के लिए प्रदर्शनकारी मॉडिफाई किए हुए ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़ रहे थे। 21 फरवरी को खनौरी में हुई झड़पों में बठिंडा के 21 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी और कई अन्य किसान सहित पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इन नामों के लिए की गई सिफारिश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा सरकार की ओर से 2 जुलाई, 2024 को केंद्र को भेजी गई सिफारिशों में करनाल के आईजीपी सिबाश कबीराज, कुरुक्षेत्र के एसपी जशनदीप सिंह रंधावा और जींद के एसपी सुमित कुमार का नाम शामिल है।
इसके अलावा हरियाणा पुलिस के तीन डीएसपी नरेंद्र सिंह, राम कुमार और अमित भाटिया को वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए इनके नाम की सिफारिश की गई है।
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